पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती घोटाले में एक्टर-मॉडल अर्पिता मुखर्जी के बाद यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर मोनालिसा दास ईडी की रडार पर हैं। मालूम हो कि मुखर्जी के फ्लैट से 20 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे। ममता बनर्जी सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। मंत्री को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि मुखर्जी को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
- भाजपा का दावा है कि प्रोफेसर मोनालिसा दास का नाम भी इस मामले से जुड़ा है। शांतिनिकेतन, बीरभूम में वह 30 फ्लैट्स की मालकिन बताई जा रही हैं। हालांकि, मोनालिसा ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है।
- बीजेपी नेता दिलीप घोष ने दावा किया कि मोनालिसा कई बार बांग्लादेश का दौरा कर चुकी हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा, “बंगाल एसएससी घोटाले की जड़ें गहरी हैं। मुझे हैरानी नहीं होगी अगर भ्रष्टाचार का पैसा जिहादियों तक पहुंचाया गया है या फिर हवाला के जरिए बांग्लादेश भेजा गया है।”
- ईडी अधिकारी ने बताया कि पिछली जांच के दौरान मोनालिसा दास का नाम सामने आया था और अर्पिता मुखर्जी से भी उनके बारे में पूछताछ की गई थी।
- ईडी अधिकारी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी ने उस ‘चेन’ के बारे में बताया, जिसके जरिए नौकरी के इच्छुक लोगों से दलालों की ओर से धन लिया गया और फिर कैसे यह अधिकारियों व राजनेताओं के पास गया। इसमें हर एक शख्स का अपना हिस्सा था।
- 20 करोड़ रुपये कैश के अलावा अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 20 मोबाइल फोन भी जब्त हुए हैं।
- मंत्री पार्थ चटर्जी को शनिवार को घंटों पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें 2 दिन की ईडी हिरासत में भेजा गया है। शनिवार शाम 69 वर्षीय मंत्री के बीमार पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- तृणमूल ने शनिवार को कहा कि पार्थ चटर्जी के घोटाले में दोषी साबित होने पर सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। पार्टी ने यह भी साफ कर दिया कि फिलहाल उन्हें कैबिनेट से नहीं हटाया जाएगा।