बांग्लादेश में शुक्रवार को कट्टरपंथियों की भीड़ ने नरेल के लोहागरा में हिंदू घरों और एक मंदिर पर हमला बोल दिया। ये लोग एक हिंदू लड़के के द्वारा पैगंबर पर की गई कथित अपमानजनक पोस्ट से नाराज थे। इस हिंसा के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
पुलिस इस्पेक्टर हरन चंद्र पॉल ने बताया कि शुक्रवार शाम को दिघोलिया गांव में कई हिंदू घरों में तोड़फोड़ की गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। हमलावरों ने शाम करीब साढ़े सात बजे हिंदुओं के घरों पर हमला किया।
स्थानीय लोगों ने फेसबुक पोस्ट अपलोड करने वाले युवक की पहचान सहपारा के अशोक साहा के बेटे आकाश साहा के रूप में की। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, अभी तक किसी हमलावर को गिरफ्तार नहीं किया गया।
नरेल के पुलिस सुपरिटेंडेंट प्रबीर कुमार रॉय ने कहा कि हम घटना की जांच कर रहे हैं। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल स्थिति सामान्य है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया था। इसके बाद कट्टरपंथियों की भीड़ ने हमला किया।
कुछ महीने पहले भी बांग्लादेश की राजधानी ढाका स्थित इस्कॉन (ISKCON) के राधाकांत मंदिर पर 200 कट्टरपंथियों की भीड़ ने श्रद्धालुओं पर हमला किया और मंदिर में तोड़फोड़ की थी। बांग्लादेश मानवाधिकार संगठन ऐन ओ सलीश केंद्र (ASK) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 से 2021 तक बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए 3600 हमले हुए।
इस स्टडी के अनुसार, इन 8 वर्षों के दौरान हिंदुओं के खिलाफ हमलों में 550 से अधिक घरों और 440 दुकानों और व्यवसायों को निशाना बनाया गया और उनमें तोड़फोड़ और आगजनी की गई। इस दौरान हिंदू मंदिरों, मूर्तियों और पूजा स्थलों में तोड़फोड़ और आगजनी के 1,670 से अधिक मामले दर्ज किए गए।