कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय ने 21 जुलाई को तलब किया है। खबर है कि इस मौके पर कांग्रेस फिर बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। ED ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मामले में सोनिया को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले जांच एजेंसी पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से भी लंबी पूछताछ कर चुकी है। उस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जमकर हंगामा किया था।
बुधवार को हुई पार्टी मीटिंग में देशभर में विरोध प्रदर्शन का फैसला लिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी शेरनी हैं। वह इन चीजों से डरती नहीं हैं। उन्होंने ऐसी कई चीजें देखी हैं। वह ईडी कार्यालय जाएंगी और इस सरकार का सामना करेंगी।’ इस मामले में ईडी खड़गे और पवन बंसल से पहले ही पूछताछ कर चुकी है।
ईडी ने जून में राहुल गांधी से भी करीब पांच दिनों तक पूछताछ की थी। उस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओं ने जांच एजेंसी का विरोध किया था और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर बदले की राजनीति के आरोप लगाए थे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों की कार्रवाई पर भी विरोध जताया था।
एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि पार्टी नेशनल हेराल्ड मामले में पैंफ्लेट बांटने की भी तैयारी कर रही है। खबर है कि जांच एजेंसी ने सोनिया को 21 जुलाई को सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले भी सोनिया को 8 जून को बुलाया गया था, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के चलते उस दौरान वह अस्पताल में भर्ती हो गई थीं। PMLA की धाराओं के तहत ईडी सोनिया और राहुल के बयान दर्ज करना चाहती है।
फिलहाल, जांच एजेंसी इस मामले में शेयरहोल्डिंग पैटर्न और आर्थिक लेनदेन के साथ-साथ एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (YIL) के काम में पार्टी पदाधिकारियों की भूमिका की जांच कर रही है।