अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय मूल की डॉक्टर आरती प्रभार को अपना विज्ञान सलाहकार नियुक्त किया है। आरती को ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी (OSTP) के निदेशक के तौर पर नामित किया गया है। आरती OSTP को लीड करने वाले पहली महिला अप्रवासी बन गई हैं।
नई दिल्ली में पैदा हुई आरती लुबॉक और टेक्सास में पली-बढ़ी हैं। 1979 में उन्होंने टेक यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री ली थी। इसके बाद उन्होंने 1980 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस और 1984 में एप्लाइड फिजिक्स में पीएचडी किया। इसी साल उन्होंने 1984 में ऑफिस ऑफ टेक्नोलॉजी असेसमेंट के साथ कांग्रेस की फैलोशिप प्राप्त की।
आरती ने डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) से जुड़कर नए तकनीक और बिजनेस के क्षेत्र में काम करना शुरू किया। बाद में वह DARPA के माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक टेक्नोलॉजी ऑफिस की फाउंडिंग डायरेक्टर बनीं।
इसी दौरान प्रभाकर ने मिलिट्री सिस्टम्स में नए एडवांस सेमीकंडक्टर्स टेक्नोलॉजी से जुड़े कार्यक्रमों की शुरुआत की और निर्देशन किया। इसके बाद प्रभाकर को 1993 में राष्ट्रपति बिल क्लिंटन द्वारा नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी (NIST) का प्रमुख नियुक्त किया गया।
यहां पर काम करने के बाद आरती ने सिलिकॉन वैली का रुख किया जहां उन्हें पहली बार चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के तौर पर जाना गया। उन्होंने रेकेम में उपाध्यक्ष और इंटरवल रिसर्च की अध्यक्ष के तौर पर काम किया। ग्रीन टेक्नोलॉजी और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की क्षेत्र में अपने करियर को आगे बढ़ाते हुए आरती 2001 में वह अमेरिकी वेंचर्स पार्टनर्स से जुड़ीं। बाद के सालों में वह DARPA की प्रमुख बनीं।
सामजिक कल्याण के क्षेत्र में काम करने के मकसद से आरती ने 2019 में एक गैर लाभकारी संगठन की शुरुआत की। आरती OSTP में एरिक लैंडर की जगह लेंगी। एरिक ने फरवरी 2022 में वर्कप्लेस में खराब वातावरण के आधार पर इस्तीफा दे दिया था। रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह जो बाइडेन के साथ मिलकर कैंसर मूनशॉट इनिशिएटिव पर काम करने वाली हैं।