क्रास वोटिंग और हार्स ट्रेडिंग का कांग्रेस को डर, जिन चार राज्यों में होगी वोटिंग वहां क्या है समीकरण

कांग्रेस ने राजस्थान में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2022) से पहले हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका जताई है। उसने इस संबंध में राज्य एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत भी कर दी है। राजस्थान कांग्रेस के चीफ व्हिप महेश जोशी ने शिकायत करते हुए कहा कि इन दिनों सोशल मीडिया पर और अन्य तरीकों से यह आशंका जताई जा रही है कि राज्यसभा चुनावों में धनबल का भारी खेल हो सकता है।
वहीं हरियाणा में 10 जून को होने वाली वोटिंग में साफ हो जाएगा कि राज्यसभा की दूसरी सीट हासिल करने में कांग्रेस कामयाब रहती है या फिर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा के मैदान में आने से पार्टी का खेल बिगड़ता है। संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस को किसी तरह का खतरा तो नहीं है लेकिन क्रास वोटिंग की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। क्रास वोटिंग न भी हो तो कुछ विधायक अगर गैर हाजिर ही रहते हैं तो भी खेल बिगड़ सकता है। कर्नाटक में लड़ाई दिलचस्‍प है। यहां हर पार्टी को क्रॉस-वोटिंग का डर है।
राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे और भूपेश बघेल समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। खड़गे को महाराष्ट्र, बघेल और राजीव शुक्ला को हरियाणा तथा पवन कुमार बंसल और टीएस सिंहदेव को राजस्थान का पर्यवेक्षक बनाया गया है।कांग्रेस यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि उसके उम्मीदवार हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव जीतें

चार राज्यों की 16 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होगा। इसी दिन इन सीटों पर नतीजे आएंगे। जिन राज्यों में मतदान की नौबत आई है उनमें महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा और कर्नाटक शामिल हैं
महाराष्ट्र में छह सीटों पर चुनाव हो रहा है। यहां कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक-एक और भाजपा दो उम्मीदवारों को आसानी से जिता सकते हैं। पेंच शिवसेना के दूसरे और भाजपा के तीसरे उम्मीदवार की वजह से फंसा है।
कर्नाटक में सबसे रोचक मुकाबला है। यहां चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। इन चार सीटों के लिए छह उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा ने तीन, कांग्रेस ने दो और जेडीएस ने एक उम्मीदवार उतारा है। यहां दो सीट भाजपा और एक सीट कांग्रेस को मिलना तय है। चौथी सीट पर भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस में टक्कर है।
राजस्थान में खाली हो रही चारों सीटें भाजपा के पास हैं। यहां भाजपा को तीन सीट का नुकसान होगा। उसके एक उम्मीदवार का जीतना तय है। वहीं, कांग्रेस के दो उम्मीदवारों की जीत तय है। पेंच चौथी सीट पर फंसा है। इस सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार का मुकाबला भाजपा समर्थित निर्दलीय सुभाष चंद्रा से है।
हरियाणा में जिन दो सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इनमें एक सीट भाजपा को मिलनी तय है। दूसरी सीट पर कांग्रेस के अजय माकन को भाजपा समर्थित निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा चुनौती दे रहे हैं
25 मई की स्थिति के मुताबिक राज्यसभा में भाजपा के 95 सांसद हैं। 29 सांसदों के साथ कांग्रेस दूसरा सबसे बड़ा दल है। तृणमूल कांग्रेस के 13, डीएमके के 10, बीजद और आप के आठ-आठ, टीआरएस के सात, वाईएसआर कांग्रेस के छह, सीपीएम, एआईएडीएमके, सपा, राजद और जदयू के पांच-पांच सांसद हैं। एनसीपी के चार, बसपा और शिवसेना के तीन सांसद हैं। जबकि, पांच मनोनीत सांसद भी हैं। वहीं, सीपीआई के दो सांसदों के अलावा एक-एक सांसदों वाली पार्टियां हैं। इनकी कुल संख्या 17 है
15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही है। इनमें उत्तर प्रदेश की 11, महाराष्ट्र, तमिलनाडु की छह-छह, बिहार की पांच, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान की चार-चार, ओडिशा, मध्य प्रदेश की तीन-तीन, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, हरियाणा, पंजाब की दो-दो और उत्तराखंड की एक सीट शामिल है।