भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केरल की वाम सरकार पर इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘वामपंथी शासन में यह राज्य आतंकियों की जन्मस्थली बन गया है।’ भाजपा प्रमुख ने पार्टी की एक रैली में यहां कहा कि केरल में माकपा के नेतृत्ववाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार यही जताती है कि वह सबको समान भाव से देखती है, तटस्थ है। लेकिन असलियत में उनकी नीति सुडो पंथनिरपेक्षता की है। वह समाज के एक तबके का ध्यान आकर्षित करने के लिए समाज को दो तबकों को बांटने की कोशिश करते हैं।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि अगर एलडीएफ सरकार तटस्थ रहने का दिखावा करती है तो हम कहेंगे कि वह असलियत में इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि धार्मिक समुदाय खासकर केरल में ईसाई जनसांख्यिकी बदलाव को लेकर बहुत चिंतित हैं। यहां पर तेजी से जनसंख्या में बड़े स्तर पर हो रहे बदलाव से केरल का समाज असहज है। ईसाई समुदाय के धार्मिक नेता समय-समय पर इसके खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। हमें यह समझना होगा कि ईसाई समुदाय के लोग जनसंख्या के स्वरूप में आ रहे बदलाव को लेकर इतने परेशान क्यों हैं। उन्होंने नारकोटिक्स जिहाद को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि इस मुद्दे को ईसाई समुदाय और उनके धार्मिक नेता भी उठाते रहे हैं
उन्होंने कहा कि मैं यह जानकर हैरान हूं कि पिछले 15 सालों में केरल में 125 से अधिक राजनीतिक हत्याएं हुई हैं। ज्यादातर हत्याएं मुख्यमंत्री के गृह नगर कन्नूर में हुई हैं। संगठित हमलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। पिछले तीन सालों में 1019 हत्याएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं को सलाम करते हैं जो सरकार प्रायोजित हिंसा का सामना कर रहे हैं।