कांग्रेस के राजनीतिक पुनरुत्थान के तौर-तरीकों पर मंथन में जुटा पार्टी हाईकमान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के ‘मेगा रिवाइवल प्लान’ को लेकर अब निर्णायक फैसले की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। बीते चार दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ पीके की तीन बैठकें इसका साफ संकेत है। सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ में मंगलवार को भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष पीके ने कांग्रेस की सियासी वापसी की अपनी व्यापक योजना से जुड़े कई पहलुओं पर प्रजेंटेशन दिया। कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे और कार्यशैली में बदलाव की उठ रही आवाजों के बीच सोनिया गांधी अब इस मुद्दे को टालने के मूड में नहीं हैं। संकतों से साफ है कि चिंतन शिविर से पहले कांग्रेस के कायाकल्प का स्वरूप तय कर लेने की तैयारी की जा रही है।
कांग्रेस की राजनीतिक वापसी को लेकर पीके की योजना और उनके पार्टी में शामिल होने का अंतिम फैसला बेशक सोनिया गांधी करेंगी। मगर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रशांत किशोर के साथ लगातार सक्रिय विचार-विमर्श में शामिल कर यह संकेत देने की कोशिश है कि इस फैसले में पार्टी की व्यापक सहमति है। 10 जनपथ पर मंगलवार को प्रशांत किशोर के साथ हुई तीसरी बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल आदि मौजूद थे। सोमवार को हुई बैठक में पी चिदंबरम, प्रियंका गांधी वाड्रा, जयराम रमेश आदि शामिल हुए थे। पार्टी के पुनरुत्थान से जुड़े प्रस्तावों को लेकर इन बैठकों में कांग्रेस नेता पीके से कई सवाल भी कर रहे हैं। संकेत हैं कि इस तरह की दो-तीन बैठकें और हो सकती है
सोनिया ने पीके के प्रस्तावों का अध्ययन कर अपनी सिफारिशें देने के लिए पार्टी के चार नेताओं की एक समिति बनाई है। यह समिति कुछ ही दिनों में इस पर अपनी राय देगी। इस समिति में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव व मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला, दिग्जिवय सिंह और मुकुल वासनिक शामिल हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी बुधवार को दिल्ली आ रहे हैं। सोनिया गांधी के साथ दोनों की बैठक प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि पार्टी से जुड़े अन्य मसलों के साथ प्रशांत किशोर के प्रस्ताव पर भी उनसे चर्चा होग
प्रशांत किशोर ने 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की राजनीतिक ताकत के तौर पर वापसी के लिए बड़ा प्लान दिया है। इसमें करीब 370 सीटों पर फोकस करने की बात कही गई है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, बंगाल सरीखे कुछ राज्यों में वहां के बड़े क्षेत्रीय दलों से तालमेल का सुझाव भी दिया गया है। बताया जाता है कि इसके साथ ही पीके ने इस साल के आखिर में होने वाले गुजरात चुनाव में कांग्रेस की वापसी को लेकर व्यापक प्लान दिया है। गुजरात के अलावा 2022 और 2023 में होने वाले हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों को लेकर भी कार्य योजना दी है। कुछ समय पहले तक असंतुष्ट नेताओं में शामिल रहे वीरप्पा मोइली ने कांग्रेस की राजनीतिक वापसी के लिए प्रशांत किशोर के प्रस्तावों पर सोनिया गांधी की सक्रियता पर खुशी जाहिर करते हुए इसका समर्थन किया। कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पीके को पार्टी से जोड़ने के लिए बेहद उत्सुक हैं। मोइली ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल करने का समर्थन करते हुए यह भी कहा कि वे सोनिया गांधी से पीके को पार्टी में शामिल करने के लिए कह चुके हैं।