अभूतपूर्व संकट से गुजर रहे श्रीलंका ने भारत से तत्काल आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। उसने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से फंड मिलने तक भारत से और आर्थिक मदद का आग्रह किया है। आइएमएफ से फंड मिलने में तीन-चार महीने लग सकते हैं। इस बीच, वित्त मंत्री अली साबरी आइएमएफ व विश्व बैंक से बेलआउट पैकेज के लिए बातचीत की शुरुआत करने के उद्देश्य से वाशिंगटन रवाना हो चुके हैं।
श्रीलंका की तरफ से यह मांग ऐसे समय में की गई है, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने श्रीलंकाई समकक्ष तथा उच्चायुक्त के साथ कई दौर की वार्ता कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि श्रीलंका ने भारत से जापान जैसे उसके मित्र देशों और बहुपक्षीय संगठनों से कर्ज दिलाने में मदद करने की भी अपील की है। मामले के एक जानकार ने बताया कि भारतीय वित्त मंत्री का रुख इस प्रस्ताव के प्रति सकारात्मक है। वह मित्र देशों से श्रीलंका की मदद करने का आग्रह कर सकती हैं।
श्रीलंकाई वित्त मंत्री साबरी आगामी हफ्ते वाशिंगटन में सीतारमण से मुलाकात कर सकते हैं। कोलंबो पेज की रिपोर्ट के अनुसार, साबरी सेंट्रल बैंक के गवर्नर डा. नंदलाल वीरसिंघे व वित्त मंत्रालय के सचिव महिंदा श्रीवर्धने के साथ अमेरिका रवाना हो चुके हैं। इससे पहले श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल नौ अप्रैल को आइएमएफ के साथ बैठक कर चुका है
कैथोलिक चर्च ने राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर गाले फेस में चल रहे युवाओं के प्रदर्शन के समर्थन का एलान किया है। प्रवक्ता रेव जैमिनी फर्नाडो ने कहा कि कैथोलिक चर्च को भी लगता है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को इस्तीफा दे देना चाहिए। बता दें कि करीब एक हफ्ते से भी ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे युवा सरकार में पदस्थ राजपक्षे परिवार के सदस्यों से इस्तीफे व राजनीतिक संस्कृति में आमूलचूल परिवर्तन की मांग कर रहे हैं।