श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी समागी जन बालवेगया (एसजेबी) ने शुक्रवार को कहा कि आर्थिक संकट के कारण कठिनाइयों का सामना कर रही जनता की चिंताओं को दूर नहीं किया गया तो राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ महाभियोग चलाया जा सकता है। एसजेबी ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की भी घोषणा की। राष्ट्रपति और राजपक्षे परिवार के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा। मीडिया खबरों के मुताबिक, एसजेबी ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए सांसदों से हस्ताक्षर लेने शुरू कर दिए हैं। श्रीलंका में गोटबाया राजपक्षे की सरकार से अब तक 41 सांसद अलग हो चुके हैं।
श्रीलंका में इस महीने के अंत तक डीजल की कमी हो सकती है और विदेशी भंडार की अभूतपूर्व कमी के बीच ईंधन की खरीद के लिए भारत की ओर से दी गई 50 करोड़ डालर की आर्थिक मदद भी तेजी से खत्म हो रही है। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार को बताया है कि तमिलनाडु दवाइयां और चावल जैसे जरूरी वस्तुओं से लदे जहाज श्रीलंका भेजने को तैयार हैं। अधिकारियों के अनुसार, श्रीलंका में ईंधन की तीन और भारतीय शिपमेंट 15, 18 और 23 अप्रैल को आने वाली हैं और यह आपूर्ति भी जल्द ही समाप्त जाएगी।
भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंकाई लोगों ने वहां से पलायन कर भारत आना शुरू कर दिया है। श्रीलंका के मन्नार से एक नाव में बैठकर एक परिवार शुक्रवार को ही भारत के दक्षिणी छोर रामेश्वरम में पहुंचा है। चार सदस्यीय यह परिवार धनुषकोटि के करीब स्थित अरिचालमुनाई में उतरा है।