रूस के ओर से यूक्रेन में जारी सैन्य कार्रवाई के विरोध में अमेरिका समेत विश्व के कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। इस बीच अमेरिका ने कहा है कि वो रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों को लेकर घोषणा करेगा। जो कि उसके सरकारी अधिकारियों, वित्तीय संस्थानों और राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों को टारगेट करते हुए होंगे।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए जाने वाले नए प्रतिबंध यूक्रेन में मास्को के विशेष सैन्य अभियान के मद्देनजर होंगे। जिनका लक्ष्य रूस की वित्तीय प्रणाली के लिए और अधिक अनिश्चितता और चुनौतियां पैदा करना होगा। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान साकि ने कहा कि रूस के पास असीमित संसाधन नहीं हैं। विशेष रूप से अब, जब अमेरिका ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। तो उसे सोचना होगा कि वो अपनी जमा की गई संपदा को खर्च करदे या फिर आय के नए साधनों को खोजने पर विचार करे।
साकि ने कहा कि अमेरिका द्वारा लगाए जा रहे प्रतिबंधों का मुख्य उद्देशय रूस के उन संसाधनों को समाप्त करना है, जो पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रखने में मदद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि अमेरिका अब रूस को अमेरिकी बैंकों में जमा डालर का इस्तेमाल करके कर्ज का भुगतान करने की अनुमति नहीं देगा। यह कदम मास्को पर अतिरिक्त दबाव डालने के उद्देश्य से उठाया गया है।
साकि ने साफ किया कि अमेरिका का एक मात्र लक्ष्य रूस को युद्ध समाप्त करन के लिए मजबूर करना है। उन्होंने कहा कि रूस के पास खासतौर से मौजूदा वक्त में असीमित संसाधन नहीं हैं। अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध रूस को एक विकल्प चुनने के लिए मजबूर करेंगे। साथ ही उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि अमेरिका यूक्रेन को अपना ऐतिहासिक समर्थन जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। फिर वो चाहे सैन्य सहायता, मानवीय सहायता या आर्थिक सहायता ही क्यों न हो। इस युद्ध से उबरने में कुछ समय लगने वाला है और संयुक्त राज्य अमेरिका इसका हिस्सा बना रहेगा।