आज का दिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए निर्णय का दिन है। रविवार यानी 3 अप्रैल को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान को उनके प्रमुख सहयोगियों ने छोड़ दिया है। बड़ी संख्या में विद्रोही सांसदों ने उनके खिलाफ मतदान करने की कसम खाई है। वहीं, इमरान खान ने भी दावा किया है उनके पास कई योजनाएं हैं।
शनिवार को एक लाइव सवाल-जवाब सत्र में बोलते हुए इमरान खान ने कहा, “बिल्कुल चिंता न करें। एक कप्तान के पास हमेशा एक योजना होती है। इस बार मेरे पास एक से अधिक योजनाएं हैं। हम कल जीतेंगे। मैं उन्हें असेंबली में हरा दूंगा।”
इस हफ्ते की शुरुआत में इमरान खान ने अपनी पार्टी के प्रमुख सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQMP) द्वारा विपक्ष को समर्थन देने के बाद संसद के निचले सदन में बहुमत खो दिया। पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं। बहुमत के लिए 172 की संख्या जरूरी है। विपक्ष के पास इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए आवश्यक संख्या है। विपक्ष का दावा है कि उसे 175 सांसदों का समर्थन प्राप्त है और प्रधानमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
इमरान खान ने पाकिस्तान के युवाओं से उनकी सरकार के खिलाफ कथित रूप से रची गई “विदेशी साजिश” के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करने का आग्रह किया है। इमरान खान ने आरोप लगाया कि साजिश विदेशों में शुरू हुई और पाकिस्तान में कुछ राजनेता इन लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह साबित हो गया है कि सरकार को गिराने के लिए राजनेताओं को बकरियों की तरह खरीदा जा रहा है।”
उन्होंने कहा, ‘आधिकारिक दस्तावेज कहता है कि अगर आप इमरान खान को हटाते हैं तो अमेरिका के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे।’ इमरान खान ने शनिवार को कहा, “मैं चाहता हूं कि आप आज और कल बाहर आएं और विरोध प्रदर्शन करें। शांतिपूर्ण विरोध के लिए बाहर आएं।” इमरान खान ने प्रदर्शनकारियों से पाकिस्तानी सेना की आलोचना नहीं करने को कहा और उन खबरों को खारिज कर दिया कि उन्हें सेना के साथ नहीं मिल रहा है।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा, “मेरा सेना से कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने एक फैसला लिया और हम इसका सम्मान करते हैं। सेना ने तटस्थ रहने का फैसला किया और हम इसका सम्मान करते हैं।”
एआरवाई न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में इमरान खान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना ने उन्हें तीन विकल्प- अविश्वास मत, जल्दी चुनाव या प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा- दिए। इमरान खान ने कहा, “मैंने कहा कि जल्दी चुनाव सबसे अच्छा विकल्प है। मैं कभी भी इस्तीफा देने के बारे में नहीं सोच सकता था। मुझे विश्वास है कि मैं अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ आखिरी मिनट तक लड़ूंगा।”