रूस ने किया परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तो करेगा पलटवार अमेरिका

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक दुनिया को चिंतित करने वाली एक खबर सामने आ रही है। रूस अगर यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका ने भी युद्ध के मैदान में उतरने की अपनी योजना बना ली है। ‘न्यू यॉर्क टाइम्स’ के हवाले से कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ रासायनिक, जैविक या परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक आकस्मिक योजना बनाई है।
इस प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम, जिसे ‘टाइगर टीम’ के नाम से जाना जाता है, प्रतिक्रिया पर विचार कर रही है। उनका कहना है कि अगर रूस नाटो क्षेत्रों में काफिले पर हमला करता है और यूक्रेन में इन हथियारों को उतारता है तो अमेरिका जवाब देने के लिए तैयार मिलेगा। आपको बता दें कि 24 मार्च को नाटो सभी सदस्य देशों के नेताओं की बैठक होने वाली है। उस बैठक में इस विषय पर चर्चा की जा सकती है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को कहा कि रूस ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है और बाइडन प्रशासन अन्य के साथ मिलकर अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए काम करेगा। ब्लिंकन ने एक बयान में कहा, “ आज मैं फिलहाल उपलब्ध जानकारी के आधार पर यह घोषणा कर सकता हूं कि अमेरिका सरकार ने मूल्यांकन किया है कि रूसी बल के सदस्यों ने यूक्रेन में युद्ध अपराध किए हैं।” वह नाटो नेताओं की आपात शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन के संग ब्रसेल्स जा रहे हैं।

अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि अमेरिका जानकारी को सहयोगियों, साझेदारों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ साझा करेगा, जिनकी जिम्मेदारी युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोपों की जांच करना है। ब्लिंकन ने कहा, “हमने अंधाधुंध हमलों और जानबूझकर नागरिकों को लक्षित करने वाले हमलों के साथ-साथ अन्य अत्याचारों से संबंधी कई विश्वसनीय रिपोर्टें देखी हैं। रूस की सेना ने रिहायशी इमारतों, स्कूलों, अस्पतालों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, नागरिक वाहनों, शॉपिंग सेंटर और एम्बुलेंस को नष्ट कर दिया है जिनमें हजारों बेगुनाह लोगों की जान गई है या वे जख्मी हुए हैं।”
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक शीर्ष सलाहकार ने बुधवार को सरकार से इस्तीफा दे दिया और कथित तौर पर यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के विरोध में रूस छोड़ दिया। अनातोली चुबैस सतत विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ संबंधों के लिए क्रेमलिन के विशेष दूत थे।