भारत की तरफ से पाकिस्तान में तकनीकी ‘गड़बड़ी’ के चलते फायर हुई मिसाइल का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. 11 मार्च के इस मामले को लेकर भारत की तरफ से बयान जारी किया गया था. बयान में यह साफ कर दिया था कि कुछ ‘टेक्निकल ग्लिच’ के चलते एक ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान की तरफ फायर हो गई थी. इसके बाद से ही पाकिस्तानी खेमे में बवाल मचा हुआ है.
पाकिस्तान के मुताबिक, मिसाइल 40,000 फीट की ऊंचाई पर ध्वनि से तीन गुना तेज गति के साथ पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में 128 किमी अंदर तक दाखिल हो गई. यह मिसाइल पाकिस्तान के मिया चन्नू क्षेत्र में गिरी. मिसाइल पर कोई वारहेड नहीं था, इसलिए उस जगह विस्फोट नहीं हुआ.
इधर भारत सरकार की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया,–“एक तकनीकी खराबी के कारण मिसाइल अचानक से फायर हो गई थी. भारत सरकार इस चीज को लेकर गंभीर है. सरकार ने एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है.”
उधर पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी अखबारों में शुमार ‘डॉन’ के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसका संज्ञान लेते हुए बयान जारी किया है. मंत्रालय ने कहा,—“इस न्यूक्लियर हथियारों से भरे माहौल में इस तरह की घटना होना एक बेहद गंभीर विषय है. यह भारत के हथियारों की सुरक्षा प्रणाली और प्रोटोकॉल पर कई सवाल खडे़ करता है.”“पाकिस्तानी क्षेत्र में मिसाइल गिरने के बाद, भारत ने आंतरिक कोर्ट ऑफ इंक्वाइरी का जो आदेश दिया है, वो पर्याप्त नहीं है. पाकिस्तान इस मामले में एक संयुक्त जांच की मांग करता है.”