अमेरिका ने जैविक हथियारों को लेकर रूस पर दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि रूस ने जैविक और रासायनिक हथियारों को लेकर दुष्प्रचार फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के मंच का उपयोग करने के प्रयास में यूएनएससी की बैठक बुलाई है।
नेड प्राइस ने बताया कि रूस के अधिकारियों ने 24 फरवरी से अब तक युद्ध का विरोध कर रहे करीब 14,000 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बेवजह के युद्ध से बचकर शरण लेने के लिए लाखों लोग देश छोड़कर भाग गए हैं। एक शांतिपूर्ण पड़ोसी देश पर अन्यायपूर्ण युद्ध छेड़कर, पुतिन अपने ही देश में असंतोष का सामना कर रहे हैं और विरोध को रोकने के लिए अपनी पकड़ को मजबूत कर रहे हैं।
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि वाणिज्य विभाग ने रूस और बेलारूस को यूएस लग्जरी के सामानों के निर्यात पर नए नियंत्रण लगाए हैं। उन्होंने कहा, हमने रूसी शराब, समुद्री भोजन और गैर-औद्योगिक हीरों पर आयात प्रतिबंध भी लगाया है। नेड प्राइस ने कहा, हम यूक्रेन के साथ प्रतिबद्ध और एकजुट रहेंगे। हमारी तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों या अन्य लागतों से रूस को कोई राहत नहीं मिलेगी और ये प्रतिबंध रूस पर तब तक लगे रहेंगे जब तक कि पुतिन अपना रास्ता नहीं बदलते और अपनी क्रूर आक्रामकता में नरमी नहीं लाते हैं।
वहीं, अमेरिका की रक्षा एजेंसी पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने कहा कि यह चुनाव की लड़ाई है। राष्ट्रपति पुतिन एक राजनयिक स्थिति से सहमत होकर कम से कम बमबारी और विनाश को अभी रोक सकते हैं। वह एक ऐसे देश के खिलाफ ऐसा कर रहे हैं जिसने ना तो किसी को उकसाया और ना ही रूस को कोई खतरा पेश किया।