देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव-2022 में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी सियासत में अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। इस बीच पार्टी नेताओं के जी-23 समूह में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को लेकर फिर से सुगबुगाहट तेज हो गई है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी और कपिल सिब्बल पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर पहुंचे हैं।
गुरूवार को विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पार्टी के संगठनात्मक नेतृत्व में बदलाव कही है। वहीं, पार्टी में उथल पुथल की आशंका को देखते हुए नतीजों के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाकर आत्ममंथन करने का एलान किया गया है। लेकिन कांग्रेस की मौजूदा स्थिति के बीच सियासत में अपने भविष्य को लेकर विपक्ष की भूमिका में रहते हुए बेचैन कांग्रेस के असंतुष्ट नेता अब शायद ही संयम से काम ले सकेंगे।
कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पांच राज्यों में हुई करारी हार के बाद कार्यसमिति की बैठक बुलाने का ऐलान किया गया है। कांग्रेस के जी-23 नेताओं भी सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं, माना जा रहा है कि बैठक के दौरान पार्टी नेतृत्व में बदलाव को लेकर भी मांग उठ सकती है।