जनपद बहराइच के जिला सूचना कार्यालय में कई वर्षों से जमे वारिस सिद्दीकी जिला सूचना अधिकारी अपने चहेते पत्रकारों के आने पर उन्हें अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े जाते हैं .वहीं छोटे छोटे पत्रकारों से कहते हैं कि तुम्हारा अखबार नहीं आ रहा है, तो किसी को कहते हैं कि तुम्हारा पोर्टल है, तो किसी को कहते हैं तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज है जिसकी वजह से किसी प्रकार का पास नहीं दिया जा सकता.
दरअसल मामला बहराइच के जिला सूचना अधिकारी वारिस सिद्दीकी जी का है. जहां चुनावी पास को लेकर पोर्टल के पत्रकार व सप्ताहिक अखबार के पत्रकार जो की आर एन आई से प्रमाणित है .उसके बावजूद जनाब का कहना है तुम्हारा हर रोज का अखबार नहीं आता या तुम्हारा चैनल नहीं पोर्टल है. इसके वजह से तुम्हें चुनावी पास नहीं दिया जा सकता है.
कुछ पत्रकार बंधुओं का कहना है कि हम छोटे मीडिया संस्थान(साप्ताहिक अख़बार ) से हैं . क्या हम पास हकदार नहीं हैं या हम कवरेज करने के लायक नहीं हैं? यह सरासर नाइंसाफी है लेकिन अब सूचना विभाग भी ऐसे कार्य करेगा तो बताइए पत्रकारों की कौन सुनेगा? यहां जिन पत्रकारों को जिला सूचना अधिकारी बहराइच वारिस सिद्दीकी द्वारा चुनाव पास जारी किया गया है क्या उन सब पत्रकारों का दैनिक अखबार आ रहा है?