यूक्रेन के आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारतीय समयानुसार गुरुवार सुबह 8 बजे एक आपात बैठक बुलाई है। यूक्रेन ने UNSC सेे रूसी हमले के खतरे को लेकर यह आग्रह किया है। दूसरी ओर क्रेमलिन ने दावा किया है कि पूर्वी यूक्रेन के विद्रोही नेताओं की ओर से मास्को से सैन्य सहायता की मांग की गई है ताकि कीव के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
यूक्रेन के विदेश मंत्री मित्रो कुलेबा (Dmytro Kuleba) ने रूस के UN दूत वास्सिलि नेबेन्जिया (Vassily Nebenzia) को पत्र लिखकर बैठक की अपील की जो फरवरी में परिषद की अध्यक्षता कर रहे हैं। यह बैठक स्थानीय समयानुसार बुधवार रात 9.30 बजे के लिए निर्धारित की गई है।
दो दिन पहले 15 सदस्यीय परिषद की ओपन मीटिंग बुलाई गई थी। इस मीटिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही इलाकों को स्वतंत्र देश घोषित करनेे और वहां शांति बनाने के लिए रूसी सैनिकों को भेजने वाले फैसले को समर्थन नहीं मिला था। बता दें कि परिषद के सभी राजनयिक एक मसौदा तैयार कर रहे हैं। इनका कहना है कि इसमें यह स्पष्ट दिखाया जाएगा कि रूस ने UN चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और मिंस्क समझौते का उल्लंघन किया है।
रूसी सैनिकों के यूक्रेन की सीमा में दाखिल होने और कीव स्थित रूसी दूतावास खाली किए जाने के कारण डोनेस्क और लुहांस्क के जिन इलाकों पर यूक्रेन की सेना का कब्जा है, वहां से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत यहां के प्रमुख शहरों और सीमावर्ती इलाकों में लोग चिंतित हैं। जरूरी सामानों की बिक्री बढ़ गई है और लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं।