पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तरफ से भाजपा सरकार को आर्थिक समझ नहीं होने के बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पंजाब के चुनाव की वजह से वे ऐसा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि महंगाई से लेकर विदेशी मुद्रा भंडार हो या फिर निर्यात, सभी मोर्चे पर उनके कार्यकाल से देश की बेहतर स्थिति है। महामारी के बावजूद भारत इस साल और अगले साल सबसे तेज गति से विकास करने वाला देश बनने जा रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सिंह महंगाई की बात कर रहे हैं जबकि उनके कार्यकाल में 22 बार महंगाई दर 12-14 फीसद तक पहुंच गई। उनके कार्यकाल में भारत पूरी तरह से अनिश्चित विदेशी निवेश पर निर्भर रहने वाला देश बन गया। अंतरिक्ष देवास से लेकर अब एनएसई में होने वाला घोटाला, सब उनके कार्यकाल में हुआ, लेकिन वे सब कुछ देखते हुए भी मौन रहे।
सीतारमण ने कहा कि उस दौरान भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार हुआ लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री चुप रहे। उन्होंने कहा कि जब पंजाब में कोरोना की वैक्सीन की कालाबाजारी हो रही थी, तब सिंह ने अपना मुंह क्यों नहीं खोला। वित्त मंत्री ने कहा कि सिंह के प्रति उनके दिल में काफी इज्जत है, लेकिन चुनावी फायदे के लिए वे ऐसा बोलेंगे, उनसे यह उम्मीद नहीं थी।
सिंह की तरफ से जारी वीडियो में कहा गया है कि मौजूदा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों की वजह से देश आर्थिक संकट की गिरफ्त में फंस चुका है। सीतारमण ने कहा कि अगर उनके कार्यकाल से हम तुलना करें तो सभी आर्थिक मोर्चे पर देश काफी आगे हैं। सात-आठ साल पहले देश का जीडीपी मार्केट प्राइस पर 110 लाख करोड़ रुपये था जो अभी 232 लाख करोड़ रुपये है। वर्ष 2013-14 में निर्यात 2.85 लाख करोड़ का था जो अभी 4.7 लाख करोड़ रुपये का है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सात साल पहले विदेशी मुद्रा का भंडार 275 अरब डालर का था जो अभी 630 अरब डालर का है। वर्ष 2014 में 90,000 किलोमीटर का नेशनल हाईवे अब 1,40,000 किलोमीटर का हो चुका है। वर्ष 2013-14 में औसत महंगाई दर 9.5 फीसद थी जो वर्ष 2021-22 में 5.23 फीसद है।