हिजाब विवाद को लेकर देश में सियासत देखने को मिल रही है। हालांकि, एक बार फिर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हिजाब विवाद को लेकर बयान दिया है। उन्होंने हिजाब विवाद को सुनियोजित साजिश बताया है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि, हिजाब विवाद एक सुनियोजित साजिश है। एक मानसिकता वाले लोग मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा को रोकना चाहते हैं, जो भी इसके पीछे है वह सफल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि, बहुत से लोग कह रहे हैं कि यह उनका संवैधानिक अधिकार है। लेकिन आपके कर्तव्यों का क्या?
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने हिजाब विवाद पर बात करते हुए कहा कि, शैक्षणिक संस्थानों के ड्रेस कोड से कोई इनकार नहीं कर सकता। संवैधानिक अधिकारों के ‘सूरमा’ को अपने कर्तव्यों के बारे में भी बात करनी चाहिए। वे शैक्षणिक संस्थानों के ड्रेस कोड से इनकार नहीं कर सकते। संविधान दोनों चीजों के बारे में बात करता है, अधिकार और कर्तव्य। बता दें कि, कर्नाटक में हिजाब का विरोध इस साल जनवरी में शुरू हुआ था। जब राज्य के उडुपी जिले के सरकारी गर्ल्स पीयू कालेज की कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि उन्हें कक्षाओं में जाने से रोक दिया गया है। विरोध के दौरान कुछ छात्रों ने दावा किया कि उन्हें हिजाब पहनने के लिए कालेज में प्रवेश से वंचित कर दिया गया था।
इस घटना के बाद विजयपुरा स्थित शांतेश्वर एजुकेशन ट्रस्ट में विभिन्न कालेजों के छात्र भगवा स्टोल पहनकर पहुंचे। यही स्थिति उडुपी जिले के कई कालेजों में भी देखने को मिली। हालांकि, प्री-यूनिवर्सिटी शिक्षा बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि छात्र केवल स्कूल प्रशासन द्वारा अनुमोदित वर्दी पहन सकते हैं, और कालेजों में किसी भी अन्य धार्मिक वस्त्र पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी बीच कर्नाटक उच्च न्यायालय ने भी राज्य में हिजाब पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए छात्र समुदाय और आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।