संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने तालिबान से हर लड़की और महिला को बुनियादी मानवाधिकार मुहैया कराने की अपील की है। गुटेरेस ने कहा, “अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों को एक बार फिर शिक्षा, रोजगार और समान न्याय के उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। वैश्विक समुदाय का हिस्सा बनने के लिए तालिबान को इन मामलों में प्रतिबद्धता दिखानी होगी। तालिबान को उन बुनियादी मानवाधिकारों को पहचानना और बनाए रखना होगा, जो हर लड़की और महिला से संबंधित हैं।”
अफगानिस्तान पर तालिबान के शासन को छह महीने से अधिक हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों ने अफगानिस्तान में मानवाधिकारों की बिगड़ती स्थिति के बारे में बार-बार चिंता जताई है। अफगानिस्तान सूखे, महामारी, आर्थिक पतन और वर्षों के संघर्ष के प्रभावों से जूझ रहा है। लगभग 24 मिलियन लोग खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि इस साल आधी से ज्यादा आबादी अकाल का सामना करेगी और 97 फीसदी आबादी इस साल गरीबी रेखा से नीचे आ सकती है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बुधवार को कहा कि दुनिया अब अफगानिस्तान को समग्र वैश्विक सुरक्षा के लिए नहीं छोड़ सकती। गुटेरेस ने अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपनी ब्रीफिंग में कहा था कि वैश्विक समुदाय और इस परिषद की जरूरत है कि वे प्रगति के पहिये पर अपना हाथ रखें, संसाधन उपलब्ध कराएं और अफगानिस्तान में हालात बिगड़ने से रोकें।”
कुछ दिनों पहले गुटेरेस ने कहा था कि अफगानिस्तान में सभी आतंकवादी समूहों के विस्तार को रोका जाना चाहिए। उन्होंने आगाह किया कि अफगानिस्तान बहुत लंबे समय से आतंकवादी संगठनों के विस्तार के लिए एक अनुकूल स्थान रहा है। अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगान लोगों की मदद नहीं करता है तो क्षेत्र व दुनिया को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।