रायबरेली: अव्यवस्थाओं का दंश झेल रहा रानीखेड़ा में बना सामुदायिक शौचालय




बछरावां /रायबरेली :जहां एक ओर केंद्र सरकार से लेकर प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत घर-घर शौचालय देने के बाद प्रत्येक ग्राम सभा में सामुदायिक शौचालय बनाकर लोगों को खुले में शौच करने से मुक्त करने का काम कर रही है तो वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों की लचर कार्यशैली के कारण सरकार की इस योजना पर खर्च किए जा रहे करोड़ों रुपए के बजट पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। विदित हो कि रानी खेड़ा ग्राम सभा के अंतर्गत बना सामुदायिक शौचालय बनने के बाद से ही पानी की समस्या से जूझ रहा है। सामुदायिक शौचालय तो बन गया परंतु बनने के बाद उसमें न अभी तक विद्युत का कनेक्शन हुआ और न ही पानी की कोई व्यवस्था की गई। जब संवाददाता ने मौके पर निरीक्षण किया तो सामुदायिक शौचालय के अंदर लगी पानी की टोटी ही गायब मिली। साथ ही साथ सरकार द्वारा शौचालयों के लिए उपलब्ध कराई जा रही अन्य सामग्री भी गायब मिली। इस बाबत संवाददाता ने जब शौचालय पर नियुक्त कर्मचारी इंद्रप्रभा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शौचालय से पानी की टोटिया गायब है, टंकी तो रखी है, परंतु विद्युत का कनेक्शन नहीं है। कई बार हमने ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी से पानी की समस्या को लेकर शिकायत की परंतु उन्होंने हमारी शिकायत को अनसुना कर दिया।

पानी की समस्या को लेकर क्या कहना है ग्राम पंचायत अधिकारी शिवाकांत का: सामुदायिक शौचालय में पानी की समस्या को लेकर जब संवाददाता ने ग्राम सभा में नियुक्त ग्राम पंचायत अधिकारी शिवाकांत से दूरभाष के माध्यम से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मुझे ज्ञात है कि वहां पर पानी की टोटिया गायब हो चुकी हैं, जल्द ही शौचालय में विद्युत कनेक्शन कराकर पानी की समस्या का समाधान करा दिया जाएगा। साथ ही साथ जब संवाददाता ने ग्राम पंचायत अधिकारी से अन्य प्रश्न किए तो वह किसी भी प्रश्न का स्पष्ट उत्तर देने में असमर्थ दिखे।


अब ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों की लचर कार्यशैली को देखकर यह प्रश्न उठना लाजमी हो जाता है कि आखिरकार ऐसे ग्राम पंचायत अधिकारियो के मनमाने रवैये के कारण कब तक सरकार की ऐसी महत्वाकांक्षी योजनाओं पर पानी फिरता रहेगा।