पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने मंगलवार को कहा कि वनडे क्रिकेट में बीच के ओवरों में टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब इस फार्मेट में रविचंद्रन अश्विन से आगे देखने और युजवेंद्रा चहल और कुलदीप यादव के संयोजन को वापस लाने का समय है। इस स्पिन जोड़ी को ‘कुलचा’ के नाम से जाना जाता है।हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में भारत को 3-0 से हार का सामना करना पड़ा। आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को जहां संघर्ष करते देखा गया। वहीं दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर्स तबरेज शम्सी, केशव महाराज और पार्ट-टाइम गेंदबाज एडेन मार्करम की तिकड़ी ने शानदार गेंदबाजी की।
35 वर्षीय अश्विन को 2017 के बाद एकदिवसीय टीम में वापसी हुई। उन्होंने तीसरे एकदिवसीय मैच में जयंत यादव की जगह लेने से पहले दो मैचों में केवल एक विकेट लिया। दूसरी ओर युजवेंद्रा चहल ने भी केवल दो विकेट लिए और विपक्षी बल्लेबाजों के सामने संघर्ष करते नजर आए। भारत के पूर्व आफ स्पिनर को लगता है कि अश्विन और युजवेंद्रा चहल दोनों ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों के खिलाफ रक्षात्मक रुख अपनाया और कहा कि चहल और कुलदीप को आजमाने में कोई बुराई नहीं है।
हरभजन ने कहा, ‘आर अश्विन के प्रति पूरा सम्मान है। वह एक चैंपियन गेंदबाज हैं, लेकिन मुझे लगता है कि एकदिवसीय क्रिकेट में यह समय है कि भारत एक विकल्प की तलाश करे। शायद कोई ऐसा गेंदबाज, जो गेंद को अंदर और बाहर ले जा सके। कुलदीप यादव जैसा गेंदबाज एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। हम कुलचा संयोजन पर वापस क्यों नहीं जाते ? उन्होंने भारत के लिए मैच जीते। उनके पास वापस जाना अच्छी बात होगी।’