गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई। इस बार पुरस्कारों की इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला नाम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री व वयोवृद्ध माकपा नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य का है। केंद्र सरकार ने उन्हें पद्म भूषण सम्मान से नवाजने की घोषणा की है। लेकिन बुद्धदेव भट्टाचार्य ने पुरस्कार लेने से मना कर दिया है। बंगाल की चार और शख्सियत प्रह्लाद राय अग्रवाल, संघमित्रा बंद्योपाध्याय, काली पद सरेन और काजी सिंह को पद्मश्री सम्मान देने की घोषणा की गई है।
पद्म पुरस्कारों के एलान के बाद बुद्धदेव भट्टाचार्य का बयान आया है। उन्होंने इसे लेने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा, ‘मैं पद्म भूषण सम्मान के बारे में कुछ नहीं जानता। मुझे किसी ने इसके बारे में नहीं बताया।
बता दें कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार 2022 की घोषणा की। इसमें पद्म विभूषण सम्मान के लिए चार नामों का चयन किया गया है। जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। पिछले साल दिसंबर महीने में एक हवाई दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। वे उस समय देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ पद पर थे। इसके अलावा पद्म विभूषण पाने वालों में यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का भी नाम है। उन्हें ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया जाएगा। इसके अलावा कला की श्रेणी में प्रभा आत्रे का भी नाम है। चौथा नाम राधे श्याम खेमका का नाम है, उन्हें शिक्षा के लिए पद्म विभूषण सम्मान दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, एसआईआई के एमडी साइरस पूनावाला को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। ओलंपियन नीरज चोपड़ा, प्रमोद भगत और वंदना कटारिया और गायक सोनू निगम को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।