कई क्रिकेटरों के कोविड-19 की चपेट में आने के कारण भारत के पास कमजोर युगांडा खिलाफ अंडर-19 विश्व कप के ग्रुप-बी में शनिवार को होने वाले अंतिम लीग मैच के लिए चुनने के लिए केवल 12 खिलाड़ी ही उपलब्ध होंगे क्योंकि यहां क्वारंटाइन में चल रहे टीम के छह में से पांच सदस्य पाजिटिव आए हैं।
केवल वासु वत्स ही निगेटिव आए हैं लेकिन ऐसी संभावना है कि टीम प्रबंधन उसी अंतिम एकादश को उतारेगा जिसने बुधवार को आयरलैंड को 174 रन से हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान सुनिश्चित किया था। कप्तान यश ढुल, उप कप्तान शेख रशीद और अराध्य यादव रैपिड एंटीजन टेस्ट में पाजिटिव आए थे और ताजा आरटीपीसीार रिपोर्ट में भी ये पाजिटिव आए हैं। वहीं मानव पारिख पहले निगेटिव आए थे, पर अब वह भी पाजिटिव आए हैं। सिद्धार्थ यादव आयरलैंड मैच से पहले आरटीपीसीआर जांच में पहले ही पाजिटिव आए थे।
भारतीय टीम भाग्यशाली रही जो पहले ही क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर चुकी थी और शनिवार को अंतिम ग्रुप मैच में आसान प्रतिद्वंद्वी से भिड़ेगी। भारत निश्चित तौर पर चाहेगा कि इन सभी खिलाडि़यों की नाकआउट चरण से पहले वापसी हो जाए। आलराउंडर मानव प्रकाश और वासु वत्स का परीक्षण निगेटिव आया था लेकिन उनमें संक्रमण के लक्षण थे और इसलिए उन्हें अलग-थलग कर दिया गया था।
युगांडा के खिलाफ मैच औपचारिक होने के बावजूद भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि खिलाड़ी कोविड के कारण मानसिक तनाव में होंगे और जो खिलाड़ी पिछले मैच में चूक गए थे वे नाकआउट से पहले मैच अभ्यास चाहेंगे।अब तक सलामी बल्लेबाज हरनूर सिंह और अंगकृष रघुवंशी ने शानदार फार्म दिखाई है और उनसे टीम को फिर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों को बेहतर गति से रन बनाने की आवश्यकता है। ढुल की गैरमौजूदगी में टीम की अगुवाई करने वाले निशांत सिंधू भी अच्छी लय में दिख रहे हैं। टीम के पास निचले मध्यक्रम में राजवर्धन हेंगरगेकर के रूप में अच्छा आक्रामक बल्लेबाज है। युगांडा ने अब तक एक भी मैच नहीं जीता है।