दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के एक दिन बाद ही विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। सीरीज हारने के बाद अगर वह कप्तानी नहीं छोड़ते तो उन्हें इस पद से बर्खास्त किया जा सकता था। खबरों की मानें तो सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली बीसीसीआई कोहली के खिलाफ एक सख्त कदम उठाने वाली थी क्योंकि उन्होंने जाने अनजाने में ही सही बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोहली के इस्तीफे से पहले ही BCCI ने उन्हें टेस्ट कप्तानी से हटाने का फैसला कर लिया था और साउथ अफ्रीका दौरे के बाद उनसे टेस्ट टीम की भी कप्तानी छीनी जानी थी। लेकिन सीरीज हारने के एक दिन बाद ही कोहली ने खुद ही कप्तानी से इस्तीफा दे दिया।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद उन्हें पद छोड़ने के लिए कहने के विकल्प पर चर्चा हुई थी। इसके लिए सभी एकमत नहीं थे, लेकिन अधिकतर फैसले कप्तानी के खिलाफ थे और वे एक नई शुरुआत चाहते थे। अगर उन्होंने पद नहीं छोड़ा होता तो कोहली को ऐसा करने के लिए कहा जाता। अधिकारी ने कहा, ‘हां, इस विकल्प पर चर्चा हुई थी कि उन्हें (कोहली को) साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा। सभी इसे लेकर सहमत नहीं थे, लेकिन बहुमत कप्तानी के खिलाफ था। अगर वह इस्तीफा नहीं देते, तो उन्हें इसके लिए कहा जाता।
दरअसल, पिछले करीब डेढ़ महीने से विराट कोहली और बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली के बीच कप्तानी को लेकर विवाद जारी था। कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा देने का फैसला किया था। इसके बाद सेलेक्टरों ने दिसंबर 2021 में कोहली को वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया था। इस दौरान बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि उन्होंने खुद कोहली से अपील की थी कि वह टी20 कप्तानी न छोड़ें। लेकिन साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोहली ने गांगुली का नाम लिए बिना उनके बयान को गलत बताया था। इसके बाद बवाल खड़ा हो गया था