उत्तर प्रदेश की विशेष सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास/जनपद नोडल अधिकारी श्रीमती सुजाता शर्मा ने बचत भवन के सभागार में कोविड-19 व उसके टीकाकरण, ठंड के दृष्टिगत रेन बसेरा, अलाव, निराश्रित गोवंशों के संरक्षण तथा अन्य व्यवस्थाओं हेतु संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रेम प्रकाश उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 वीरेन्द्र सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी गजेन्द्र प्रताप सिंह, डीपीआरओ, डीएसओ, अधिशासी नगर पालिका आदि अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में नोडल अधिकारी ने सर्वप्रथम टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली तथा 18 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्तियों को प्रथम डोज लगाने तथा द्वितीय डोज की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। नोडल अधिकारी ने 15 से 18 वर्ष के युवाओं के टीकाकरण हेतु विस्तृत कार्य योजना बनाकर शत-प्रतिशत युवाओं का टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 के केसेज की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है जिसके दृष्टिगत निगरानी समितियों को पूर्व की भांति पुनः सक्रिय किया जाए तथा विदेश या अन्य प्रदेशों से आने वाले व्यक्तियों की निगरानी समितियों के माध्यम से चिन्हांकन कर उनकी शत-प्रतिशत सैंपलिंग कराई जाए, इसके साथ ही जनपद स्तर पर स्थापित एकीकृत कोविड कंट्रोल रूम को सक्रिय रहे तथा कंट्रोल रूम के माध्यम से लगातार कोविड-19 के संबंध में की जा रही कार्यवाही की प्रतिदिन समीक्षा किया जाए। उन्होंने प्रतिदिन की सैंपलिंग की जानकारी ली जिस पर सीएमओ ने बताया कि जनपद में प्रतिदिन लगभग 4000 व्यक्तियों की सैंपलिंग की जा रही है जिसमें 3000 आरटीपीसीआर तथा 1000 एंटीजन हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संबंध में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से जन सामान्य को मास्क लगाने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के संबंध में लगातार जागरूक किया जाए, निगरानी समितियों द्वारा जिन व्यक्तियों का टीकाकरण अभी तक नहीं हुआ है उन को चिन्हित कर उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए, आरआरटी टीम द्वारा होम आइसोलेशन वाले मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए, निगरानी समितियों को थर्मल स्कैनर उपलब्ध कराए जाएं, अस्पतालों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टेली कंसल्टेंसी सेवा को पुनः प्रारंभ किया जाए, इसके साथ ही नोडल अधिकारी ने अस्पतालों में मौजूद सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में 7 ऑक्सीजन प्लांट हैं जो कि सभी संचालित हैं जिसकी सम्पूर्ण जानकारी दी। नोडल अधिकारी ने कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों का पूरी सक्रियता से इलाज कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही नोडल अधिकारी ने भीषण ठंड के दृष्टिगत रैन बसेरों में समुचित व्यवस्था तथा प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की स्थिति की समीक्षा किया, जिस पर अपर जिला अधिकारी ने बताया कि जनपद में दो स्थाई रैन बसेरा/आश्रय ग्रह एवं पांच रैन बसेरा संचालित हैं जिसमें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं इसके साथ ही जनपद में भीषण ठंड को लेकर प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। नोडल अधिकारी ने भीषण ठंड के दृष्टिगत निराश्रित गोवंश स्थलों पर पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी गोवंश स्थलों पर नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगा कर प्रतिदिन निरीक्षण कराया जाए तथा वहां पर सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि सड़क पर निराश्रित गोवंश मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी, ठंड के दृष्टिगत सभी गायों को काऊकोट की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए, गौशाला में गायों के लिए हरे चारे व भूसा इत्यादि की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित की जाए। बैठक में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने नोडल अधिकारी को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपके द्वारा जो भी निर्देश दिए गए हैं उनका संबंधित अधिकारियों से शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।