भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली केपटाउन टेस्ट मैच की दूसरी पारी में काफी संभलकर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन लूंगी नगीडी की गेंद ने उनका काम तमाम कर दिया। उन्होंने 143 गेंदों का सामना करते हुए 29 रन चार चौकों की मदद से बनाए। हालांकि एक बार फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट में वो शतकीय पारी नहीं खेल पाए और इससे चूक गए। कोहली ने पहली पारी में 79 रन की अच्छी पारी खेली थी और उनकी इस पारी के दम पर ही भारतीय टीम ने 223 रन का स्कोर बनाया था। केपटाउन टेस्ट की दोनों पारियों में जो कोहली ने रन बनाए वो उनके लिए खास बन गए।
साल 2019 में कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में शतकीय पारी खेली थी, लेकिन उसके बाद अब जाकर केपटाउन टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर उन्होंने एक टेस्ट मैच में 100 से ज्यादा रन बनाने में सफलता अर्जित की। साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में उन्होंने 79 और 29 रन की पारी खेली और कुल 108 रन बनाए।
विराट कोहली और रिषभ पंत ने केपटाउन टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 5वें विकेट के लिए 94 रन की साझेदारी की। इस मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में पांचवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड इन दोनों बल्लेबाजों के नाम पर दर्ज हो गया। वहीं साउथ अफ्रीका में भारत की तरफ से पांचवें विकेट के लिए ये दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुए। कोहली और पंत ने अजरुद्दीन और प्रवीण आमरे का रिकार्ड तोड़ दिया जिन्होंने साउथ अफ्रीका में डरबन में साल 1992-93 में पांचवें विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की थी। वहीं साउथ अफ्रीका में भारत की तरफ से टेस्ट में पांचवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साल 2001-02 में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के बीच ब्लोएमफोंटिन में हुआ था। दोनों ने उस मैच में पांचवें विकेट के लिए 220 रन की साझेदारी की थी।