कोरबा। कोरबा स्थित पॉम मॉल के ONC बार में रविवार देर रात जमकर बवाल हुआ। बाउंसरों ने कुछ युवकों और सेंट जेवियर स्कूल के छात्रों को जमीन पर पटक दिया। उन्हें बेरहमी से लात-घूंसों और बेसबॉल बैट से पीटा गया। सूचना मिलने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और स्कूल प्रिंसिपल भी मौके पर पहुंच गए। सारा विवाद बिल भुगतान को लेकर शुरू हुआ था। इसके बाद सोमवार सुबह CSEB पुलिस चौकी में FIR दर्ज कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक, न्यू ईयर पार्टी सेलिब्रेट करने के लिए कुसमुंडा के सर्वमंगला निवासी अमित शर्मा अपने भाई अमरजीत शर्मा और दोस्त दीपक शर्मा के साथ गए थे। वहीं पर सेंट जेवियर स्कूल के कुछ स्टूडेंट भी पार्टी करने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि रात करीब 9 बजे बार में DJ बंद कर दिया गया। इसके बाद बिल भुगतान को लेकर युवकों का बार के कर्मचारियों से विवाद हो गया। उन्होंने पेमेंट ज्यादा लेने पर आपत्ति दर्ज कराई।
देर रात ही पुलिस सभी को लेकर सीएसईबी चौकी पर पहुंची और फिर मेडिकल कराने भेजा।
बार बाउंसरों और उनके साथियों पर मारपीट का आरोप
दोनों पक्षों में बात बढ़ी तो उसमें सेंट जेवियर स्कूल के छात्र भी शामिल हो गए। उन्होंने भी ज्यादा बिल लेने की बात कहते हुए युवकों का समर्थन किया। इससे पहले भी छात्रों का विवाद एक महिला कर्मचारी से हो चुका था। इसके बाद बात बढ़ती चली गई। काउंटर पर ही हंगामा होने लगा। आरोप है कि इस दौरान बार के 3-4 बाउंसर पहुंच गए। उन्होंने कॉल कर अपने दोस्तों को भी बुला लिया और फिर सभी को जमीन पर पटक कर पीटा।
हंगामे और मारपीट की सूचना पर कांग्रेस नेता भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मामले को शांत कराया। बार संचालकों की ओर से स्कूल प्रिंसिपल को भी सूचना दी गई, तो वह भी पहुंच गए। हंगामे की जानकारी पर पुलिस पहुंची और सभी को चौकी ले आई। वहां पर मार खाए युवकों और छात्रों को मेडिकल के लिए भेजा गया। वहीं अगले दिन अमित शर्मा की शिकायत पर बाउंसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
ONC बार में नए साल का जश्न मनाने पहुंचे लोगों ने जमकर डांस किया, फिर विवाद हो गया।
पहले से ही हंगामे को लेकर विवादित रहा है बार
OMC बार पहले भी कई बार विवाद में आ चुका है। 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन विदेशी नागरिकों ने बार में बवाल मचाया था और मारपीट की घटना हुई थी। दूसरे दिन एक कॉलेज छात्रा के साथ बार के बाहर मारपीट को लेकर हंगामा हुआ था। कलेक्टर रानू साहू ने दोनों मामलों की जांच के निर्देश दिए हैं।