कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं और ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एलान किया कि अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। यही नहीं 10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 साल की उम्र से ऊपर के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर टीकों की एहतियाती खुराक देने की शुरुआत की जाएगी। प्रधानमंत्री के इस कदम की कई नेताओं ने सराहना की। जानें किसने क्या कहा…
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे ख़ुशी है आज प्रधानमंत्री जी ने फ़्रंटलाइन वर्कर के लिए एहतियाती डोज लगाने का एलान किया। कोविड रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक सबको लगनी चाहिए। इसके अलावा 15 से 18 साल के बच्चों को अब वैक्सीन लग पाएगी, यह भी बेहद सुखद बात है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने 7 दिसंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर बच्चों के टीकाकरण और बूस्टर खुराक की मांग की थी। यही नहीं राज्य कैबिनेट की बैठक में भी बूस्टर खुराक की आवश्यकता पर चर्चा की गई थी।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा- 15 से 18 साल के किशारों के लिए टीके की शुरूआत तीन जनवरी 2022 से होगी और अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों और अन्य बीमारियों से पीडित 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 10 जनवरी से बूस्टर या एहतियाती खुराक दी जाएगी। यह निर्णय जल्दी नहीं आया है। अब सरकार को केवल टीकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करनी है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- पूरे देश में 03 जनवरी, 2022 से 15 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को कोविड वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान करने का निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार। आपके नेतृत्व में कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ाई में हम सब अहर्निश जुटे हुए हैं। कोरोना अवश्य हारेगा!
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 15 से 18 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन की डोज प्रारंभ करना बहुत ही स्वागतयोग्य कदम है। यह स्कूल व कालेज जाने वाले बच्चों के प्रति मोदी जी की संवेदनशीलता को दर्शाता है, इससे उनके परिजन भी चिंतामुक्त होंगे। इसके लिए मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश को कोरोना से लड़ाई में और अधिक मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने वैक्सीनेशन के संबंध में अति-महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। प्रधानमंत्री जी द्वारा लिए गए इन महत्वपूर्ण निर्णयों से देश ‘सबका प्रयास’ के मंत्र के साथ कोरोना से लड़ाई में और अधिक मज़बूत होगा। मुझे विश्वास है की उनके आग्रह अनुसार देशवासी कोरोना से जुड़े नियमों का पालन भी करेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है। गहलोत ने ट्वीट किया- हमने कई बार पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से कोरोना टीके की ‘बूस्टर डोज’ और बच्चों को टीका देने के संबंध में दिशा निर्देश जारी करने की मांग की थी। मुझे खुशी है कि आज हमारी मांग को स्वीकार कर प्रधानमंत्री ने ‘बूस्टर डोज’ एवं 15 साल से 18 साल तक के बच्चों के टीकाकरण की घोषणा की है। टीकाकरण और कोविड प्रोटोकाल का पालन ही कोरोना वायरस से लड़ने का तरीका है। मेरा विनम्र आग्रह है कि सभी लोग कोरोना की गंभीरता समझ कर टीकाकरण करवाएं और कोविड-19 प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें।