विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि कोरोन वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा स्वरूप की तुलना में तेजी से फैल रहा है। इसके अलावा यह पहले से टीका लगाए लोगों या फिर कोविड-19 से उबर चुके लोगों को भी संक्रमित कर रहा है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने सोमवार को कहा कि यह सबूत मिले हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। टेड्रोस ने यह जानकारी जिनेवा में डब्ल्यूएचओ मुख्यायल में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान दी।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि यह अधिक संभावना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट कोरोना से रिकवर हो चुके और टीका ले चुके लोगों को फिर से संक्रमित कर सकता है। वहीं, डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि वैरिएंट कुछ इम्यून रिस्पॉन्स वालों से दूर रहा है, इसलिए जिन देशों में टीके के लिए बूस्टर प्रोग्राम शुरू किए जा रहे हैं उन्हें सबसे पहले कमजोर प्रतिरक्षा वालों पर ध्यान देना चाहिए। स्वामीनाथ ने कहा कि हमें विश्वास नहीं है कि सभी टीकें पूरी तरह से अप्रभावी हो जाएंगे।
डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ आब्दी महमूद ने कहा ‘हालांकि हम न्यूट्रलाइजेशन एंटीबॉडी में कमी देख रहे हैं, लगभग सभी डेटा से पता चलता है कि टी-कोशिकाएं बरकरार हैं, वास्तव में हमें यही चाहिए।’ हालांकि, डब्ल्यूएचओ की टीम ने नई लहर का सामना कर रही दुनिया को कुछ उम्मीद भी दिखाई है। टीम ने कहा कि साल 2022 वह साल हो सकता है जब 5.6 मिलियन से अधिक लोगों की जान लेने वाली यह महामारी दूसरे और तीसरे जेनरेशन के टीकों को निर्माण के साथ खत्म हो सकती है।