पनामा पेपर्स लीक मामले में बहू ऐश्वर्या राय बच्चन से ईडी की पूछताछ के बीच उनकी सास और राज्यसभा सांसद जया बच्चन सदन में काफी गुस्साई नजर आईं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ निजी टिप्पणी की गई है। आक्रोशित जया ने राज्यसभा के भीतर ही भाजपा को श्राप दे दिया कि जल्द ही इनके बुरे दिन आने वाले हैं। गुस्साईं जया बच्चन ने विपक्ष की आवाज दबाए जाने का आरोप लगाते हुए आसन से कहा कि उन्हें निष्पक्ष होना चाहिए।
एक विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए बच्चन ने 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाना चाहा और आसन पर बैठे पीठासीन अध्यक्ष भुवनेश्वर कालिता का नाम लिए बिना उनके बारे में उन्होंने टिप्पणी की। भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए इस पर आपत्ति जताई। सिन्हा ने कहा कि जया बच्चन की टिप्पणी आसन पर सवाल उठाने वाली है। इस पर पीठासीन अध्यक्ष ने कहा कि वह रिकॉर्ड देखकर फैसला लेंगे।
हंगामे के बीच ही उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ किसी सदस्य ने निजी टिप्पणी की है और इस मुद्दे पर उन्होंने आसन का संरक्षण मांगा। बच्चन ने कहा, ”वह कैसे सदन में निजी टिप्पणी कर सकते हैं। आप लोगों के बुरे दिन आएंगे। मैं अभिशाप देती हूं।” हालांकि बच्चन पर क्या निजी टिप्पणी की गई थी, यह हंगामे की वजह से नहीं सुना जा सका।
बता दें कि जया बच्चन का ये गुस्सा ऐश्वर्या राय बच्चन के प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के कुछ घंटों बाद सामने आया। पनामा पेपर्स लीक मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुईं। ऐश्वर्या राय बच्चन से 2005 में एक कथित फर्जी कंपनी को लेकर पूछताछ हुई। कई घंटों की पूछताछ के बाद ऐश्वर्या राय बच्चन सोमवार को शाम साढ़े 7 बजे के करीब प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय से रवाना हुईं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ऐश्वर्या राय बच्चन से विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के प्रावधानों के तहत पूछताछ की गई।
पीठासीन अध्यक्ष कालिता ने जया बच्चन से बार-बार आग्रह किया कि वह विधेयक के बारे में अपनी बात रखें। इसके जवाब में सपा सदस्य ने कहा कि विपक्षी सदस्यों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। कालिता ने कहा कि आसन रिकॉर्ड पर गौर करेंगे और यदि कोई असंसदीय टिप्पणी होगी तो उसे हटा दिया जाएगा। इस बीच आसन ने अगले सदस्य को विधेयक पर बोलने के लिए कहा। लेकिन सदन में लगातार हंगामा होने के कारण सदन को करीब 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।