एक वक्त था जब धरती पर आदिमानवों का राज था. शुरुआती इंसान अपना पेट भरने के लिए जानवरों का शिकार करते थे और उन्हें कच्चा चबा जाते थे. धीरे-धीरे उन्होंने खाने को आग में पकाना शुरू कर दिया मगर उस वक्त भी वो शिकार पर ही निर्भर थे. यही नहीं, जानवरों की हड्डियों से वो हथियार भी बना लेते थे. अब वो समय नहीं रह गया है मगर इंग्लैंड की एक महिला को शायद अभी भी उसी वक्त में जीने का शौक है. इसलिए वो आज भी जानवरों का शिकार कर उन्हें खा जाती है और उनकी हड्डियों से औजार बनाती है.
इंग्लैंड के एसेक्स में रहने वाली 34 साल की सारा डे दिखने में आम महिला सी लगती हैं और स्कूल में बच्चों को इतिहास और जीवित रहने की कौशलता सिखाती हैं मगर वो बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं देती हैं. सारा खुद भी शिकार करती हैं और जंगली इलाकों में वक्त बिताती हैं. यही नहीं, वो सड़क चलते जानवरों का भी शिकार कर लेती हैं और उन्हें अपना आहार बना लेती हैं.
चूहों से लेकर हिरण तक का करती हैं शिकार
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक सारा ने बताया कि वो हफ्ते में एक बार सड़क किनारे से अपने शिकार को पकड़ती हैं, हालांकि, हर बार शिकार मिलना मुमकिन भी नहीं हो पाता है. सारा ने बताया कि वो चूहे, गिलहरी, कबूतर आदि को मारकर और फिर उन्हें अच्छे से पका कर खा जाती हैं. यही नहीं, वो उनकी चमड़ी और हड्डी का इस्तेमाल करती हैं. उन्होंने बताया कि ठंड के वक्त उनके फ्रीजर में हिरण, गिलहरी, आदि जैसे जीव पड़े रहते हैं जिन्हें वो शौक से खाती हैं. उन्होंने कहा कि चूहे का मांस गिलहरी के मांस की ही तरह मीठा सा लगता है. वो थोड़ा बहुत चिकेन जैसा लगता है मगर उससे अच्छा होता है.
जानवरों की चमड़ी से बनाया स्लीपिंग बैग
सारा की इस विचित्र लाइफस्टाइल के ही कारण उन्हें लोग आधुनिक आदिमानव कहने लगते हैं. उन्होंने बताया कि वो जानवरों की हड्डियों और चमड़ी का इस्तेमाल कर औजार और हथियार बनाती हैं. उन्होंने कहा कि वो आम लोगों की तरह सुपरमार्केट से शॉपिंग करने जाती हैं, उनका शहर के बीच में घर भी है मगर उन्हें जंगली इलाकों में जाकर कैंपिंग करना बहुत अच्छा लगता है. सारा ने खुद से, हिरण की चमड़ी का इस्तेमाल कर के अपना स्लीपिंग बैग बनाया था. यही नहीं, वो जानवरों की चमड़ी का इस्तेमाल कर के कपड़े भी बनाती हैं. सारा को आदिमानवों की लाइफ गुजारने का शौक बचपन से था.