विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच चल रही सियासी जंग इस पूरे हफ्ते राज्यसभा की कार्यवाही पर हावी रही। निलंबन वापसी की मांग पर अड़े विपक्ष ने शुक्रवार को भी जोर-शोर से इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया। सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर बढ़े टकराव को देखते हुए सभापति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सदन शुरू होने के कुछ ही मिनटों के अंदर राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करने से पहले नायडू ने सांसदों के निलंबन को लेकर जारी गतिरोध का हल निकालने के लिए दोनों पक्षों से सार्थक संवाद करने को कहा। उन्होंने कहा कि सदन के नेता पीयूष गोयल और विपक्ष के कुछ वरिष्ठ नेताओं से उनकी इस मुद्दे पर शुक्रवार को चर्चा हुई। उनका सभी से आग्रह है कि इस मसले पर वे सहमति बनाएं, ताकि सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चल सके। वेल में जमा विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच सभापति ने इसके बाद सदन को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
अपने निलंबन के खिलाफ पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे 12 निलंबित विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को यहां जन संसद का आयोजन किया। इन सांसदों ने गांधी प्रतिमा के सामने ही जन संसद लगाते हुए सदन में विपक्ष के अधिकारों पर सरकार के अतिक्रमण का चित्रण करने की कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस के निलंबित सांसद रिपुन बोरा राज्यसभा में सदन के नेता बने तो कांग्रेस के एक अन्य निलंबित सांसद अखिलेश प्रसाद ¨सह संसदीय कार्य मंत्री बने। माकपा के निलंबित सदस्य एलामारम करीम सभापति बने तो बाकी निलंबित सांसदों ने विपक्षी सांसदों की भूमिका निभाई।