गोवा के समाज कल्याण और शहरी विकास मंत्री मिलिंद नाइक ने इस्तीफा दिया। कांग्रेस ने मंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, मिलिंद नाइक ने स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए गोवा सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसे स्वीकार कर राज्यपाल को भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने आरोप लगाया कि मिलिंद नाइक एक स्कैंडल में शामिल थे। मिलिंद नाइक पर आरोप था कि उन्होंने कथित रूप से एक महिला के साथ यौन शोषण किया, कांग्रेस ने बुधवार को सार्वजनिक रूप से मोरमुगांव के भाजपा विधायक मिलिंद पर यह गंभीर आरोप लगाया था। चोडनकर ने दावा किया था कि उन्होंने खुद मिलिंद नाइक का एक वीडियो देखा था, जो महिला यौन शोषण मामले में उनकी संलिप्तता को साबित करता है।
गिरीश चोडनकर ने दो दिन पहले गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात की और यौन शोषण मामले में राज्य के मंत्री और भाजपा नेता मिलिंद नाइक की कथित भूमिका को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की। इस बीच गिरीश चोडनकर ने गोवा भाजपा प्रमुख सदानंद शेत तनावडे को राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से बात करने और मंत्री मिलिंद नाइक को कैबिनेट से हटाने की चुनौती दी थी। बता दें कि गोवा में अगले साल 2022 की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होना है।
चोडनकर ने कहा था कि कम से कम गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को मिलिंद नाइक के खिलाफ कोई कार्रवाई करनी चाहिए। गिरीश चोडनकर ने मुख्यमंत्री से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने नाइक को बर्खास्त करने के लिए प्रदेश भाजपा ईकाई को 15 दिन का समय दिया था।