पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज सलमान बट ने भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली और इंग्लिश कैप्टन जो रूट की कप्तानी पर कुछ दिलचस्प विश्लेषण किया है और बताया है कि कौन कंगारुओं के खिलाफ बेहतर कप्तान है। उन्होंने यह टिप्प्णी अपने यूट्यूब चैनल पर इंग्लैंड की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में 9 विकेट से हार के बाद की है। दोनों की तुलना करते हुए बट ने पिच पर कोहली की बॉडी लैंग्वेज की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह एक खासियत है, जिसकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने में जरूरत पड़ती है।
उन्होंने कहा, ”विराट में कंगारू टीम को चुनौती देने के लिए पॉजिटिव एटिट्यूड है और ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में प्रदर्शन करने के लिए एक खिलाड़ी के लिए उसकी बल्लेबाजी में आक्रामक इरादे बहुत कारगर होते हैं। जब विपक्षी टीम के खिलाफ आक्रामक रवैया और दृष्टिकोण की बात आती है तो कोहली रूट से मीलों आगे नजर आते हैं। रूट जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे तो तनाव उनके चेहरे पर साफ देखा जा सकता था, लेकिन हम विराट के चेहरे पर इसे कभी नहीं देख सकते। विराट की बॉडी लैंग्वेज और इंटेंसिटी लेवल रूट से काफी बेहतर है, खासकर जब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहे हों।”
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉस जीतने के बाद भी इंग्लैंड की टीम ब्रिसबेन टेस्ट की पहली पारी में कंगारू गेंदबाजों के आगे बिखर गई। रूट का फैसला गलत साबित हुआ और पूरी टीम मात्र 147 रनों पर सिमट गई। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 425 रन बनाकर 278 रनों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली। हालांकि इंग्लैंड ने दूसरी पारी में संघर्ष दिखाया और रूट और डेविड मलान के बल्ले से अच्छी पारियां निकलीं। टीम ने यहां 297 रन बनाए, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया को मात्र 20 रन का टारगेट मिला। टीम ने यह लक्ष्य मात्र एक विकेट खोकर हासिल कर लिया और एशेज सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली।