संविधान दिवस के दिन विरोध और बहिष्कार की विपक्ष की राजनीति पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज जब देश के संविधान को सम्मान देने और बाबा साहेब आंबेडकर की विरासत को नमन करने का अवसर था, तब कुछ विपक्षी पार्टियों ने संकीर्ण राजनीति करते हुए इसका बहिष्कार किया और देशहित के ऊपर दल हित और परिवार हित को रखा। यह संविधान और बाबा साहेब का अपमान है। जनता इनको माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राहुल ने आंबेडकर जयंती का भी विरोध किया था।
दरअसल, शुक्रवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम का कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा का कहना था कि जिस तरह संसदीय परंपराओं को तोड़ते हुए विधेयक पारित कराए जा रहे हैं और संसदीय मर्यादाओं की अवहेलना हो रही है, उसके खिलाफ बहिष्कार किया गया। यह और बात है कि कार्यक्रम सरकार का नहीं था। हालांकि कार्यक्रम के दौरान ही प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर अलोकतांत्रिक आचरण की बात कहते हुए टिप्पणी कर दी थी।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने सीधा प्रहार किया। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा, राहुल गांधी ने बाबा साहेब की 125वीं जयंती का भी विरोध किया था। आज राहुल देश में नहीं दिख रहे हैं, लेकिन कांग्रेस वही रंग दिखा रही है। यह उनकी राजशाही मानसिकता का प्रतीक है। कांग्रेस ने बाबा साहेब के जीवित रहते भी उनका विरोध किया था। उनको चुनाव हराया। उनको कभी उचित सम्मान नहीं दिया।
संसद के शीत सत्र के पहले ही दिन लोकसभा से पारित कराने की सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तो टिप्पणी नहीं की, लेकिन इसका जरूर अहसास कराया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संविधान और बाबा साहेब के प्रति गहन आस्था और सम्मान है।