दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से मिल रहे संक्रमण के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने शुक्रवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। इससे पहले डेली मेल में प्रकाशित खबरों के अनुसार ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चेताया है जिसके बोत्सवाना में 32 म्यूटेशन पाए गए हैं। इसके अधिकांश म्यूटेशन अत्यधिक संक्रामक बताए गए हैं और वैक्सीन का असर भी इनपर कम है।
एहतियातन ब्रिटेन ने छह अफ्रीकी देशों के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी है अब लंदन से इन देशों के लिए कोई विमान रवाना नहीं किया जाएगा। ब्रिटेन (Britain) ने गुरुवार को कहा कि यह दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से फैलने वाले संक्रमण को लेकर चिंतित है। साथ ही ब्रिटेन ने यह भी कहा कि नए वैरिएंट पर कोरोना वैक्सीन के प्रभाव को लेकर भी संदेह है कि यह पूरी तरह असर करेगा या नहीं।
UK की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट B.1.1.529 में स्पाइक प्रोटीन है जो मूल (original) कोरोना वायरस से अलग है जिसके आधार कोविड-19 वैक्सीन विकसित किया गया था।
इस वैरिएंट की पहचान सबसे पहले इस सप्ताह की शुरुआत में हुई थी। ब्रिटेन ने अस्थायी तौर पर दक्षिण अफ्रीका, नामिबिया, बोत्सवाना, जिंबाब्वे, लिसोथो और एसवाटिनी पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही वहां से जो ब्रिटिश पर्यटक वापस लौट रहे हैं अब उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा।
ब्रिटेन के साथ इजरायल ने भी सात अफ्रीकी देशों से आने वाले पर्यटकों पर रोक लगा दी है। दक्षिण अफ्रीका में मिले नए कोरोना वैरिएंट के बाद एहतियातन यह फैसला लिया गया है। इजरायल के प्रधानमंत्री नफताली बेन्नेट और स्वास्थ्य मंत्री निटजन हारविट्ज ने फैसला किया कि दक्षिण अफ्रीका, लिसोथो, बोत्सवाना , जिंबाब्वे, मोजांबिक, नामिबिया व एसवाटिनी पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। साथ ही जो इजरायली नागरिक इन देशों से वापस लैट रहे हैं उन्हें सात दिनों के लिए होटलों में क्वारंटाइन होना होगा। दो नेगेटिव पीसीआर टेस्ट के बाद ही इन्हें घर भेजा जाएगा।