तिल्दा नेवरा ः-राजू शर्मा ने आज तिल्दा विकास खंड के ग्राम लखना में स्थित शासकीय कोसा फार्म हाउस का निरिक्षण किया और जाना की कोसा का उत्पादन कैसे होता है, और बताया की इस तरह का कोसा उत्पादन ग्राम लखना के आलावा ग्राम सड्डू, टेकारी, देवरी में भी होता है, जापानी सरकार की मदद से शुरू हुई परियोजना वर्ष 2001- 02 में जापान सरकार की मदद से छत्तीसगढ़ में रेशम परियोजना शुरू की गई। इस परियोजना में जिला भी शामिल था। योजना के अंतर्गत वर्ष 2005- 2006 तक जिले में 530 हेक्टेयर रकबा में टसर के लिए कहवा का पौधरोपण किया गया। इन पौधों में टसर कृमि पालन से 17 लाख 71 हजार नग कोसे का उत्पादन हुआ। इस प्रकार कोसा नग के उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही टसर धागे के उत्पादन में वृद्धि हुई और 1192 किलोग्राम टसर धागा का उत्पादन हुआ। 2021 तक 43 लाख कोसा उत्पादन का लक्ष्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से भी जिले में कोसा उद्योग को काफी बढ़ावा मिला है। 2015 से चालू वित्तीय वर्ष तक इस योजना के अन्तर्गत अर्जुन की नर्सरी तैयार कर 396 हेक्टेयर में पौधारोपण किया गया । इस कार्य से दो वर्षों में करीब 1200 हितग्राहियों को अस्थाई रोजगार भी प्राप्त हुआ। मनरेगा के तहत वर्ष 2021 तक जिले के करीब 2500 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण किया जाएगा। इन सभी प्रयासों से जिले में प्रतिवर्ष 43 लाख 57 हजार नग कोसा उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। अब जिले में कोसा उत्पादन बढ़ रहा है तो जिला पंचायत सभापति राजू शर्मा ने आज तिल्दा विकास खंड के ग्राम लखना में स्थित शासकीय कोसा फार्म हाउस का निरिक्षण किया और जाना की कोसा का उत्पादन कैसे होता है, और बताया की इस तरह का कोसा उत्पादन ग्राम लखना के आलावा ग्राम सड्डू, टेकारी, देवरी में भी होता है,
जापानी सरकार की मदद से शुरू हुई परियोजना वर्ष 2001- 02 में जापान सरकार की मदद से छत्तीसगढ़ में रेशम परियोजना शुरू की गई। इस परियोजना में जिला भी शामिल था। योजना के अंतर्गत वर्ष 2005- 2006 तक जिले में 530 हेक्टेयर रकबा में टसर के लिए कहवा का पौधरोपण किया गया। इन पौधों में टसर कृमि पालन से 17 लाख 71 हजार नग कोसे का उत्पादन हुआ। इस प्रकार कोसा नग के उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही टसर धागे के उत्पादन में वृद्धि हुई और 1192 किलोग्राम टसर धागा का उत्पादन हुआ।
2021 तक 43 लाख कोसा उत्पादन का लक्ष्य
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से भी जिले में कोसा उद्योग को काफी बढ़ावा मिला है। 2015 से चालू वित्तीय वर्ष तक इस योजना के अन्तर्गत अर्जुन की नर्सरी तैयार कर 396 हेक्टेयर में पौधारोपण किया गया । इस कार्य से दो वर्षों में करीब 1200 हितग्राहियों को अस्थाई रोजगार भी प्राप्त हुआ। मनरेगा के तहत वर्ष 2021 तक जिले के करीब 2500 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण किया जाएगा। इन सभी प्रयासों से जिले में प्रतिवर्ष 43 लाख 57 हजार नग कोसा उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। अब जिले में कोसा उत्पादन बढ़ रहा है तो स्थानीय लोगों को रोजगार के रूप में मिल रहा है लाभ।
इस अवसर पर कनिष्ठ रेशम निरीक्षक एम पी गोस्वामी उपस्थित थे है लाभ। इस अवसर पर कनिष्ठ रेशम निरीक्षक एम पी गोस्वामी उपस्थित थे