भारतीय क्रिकेट में इस सवाल ने खूब सुर्खियां बटोरी है. और अब जब टीम इंडिया T20 वर्ल्ड कप 2021 (T20 World Cup 2021) के ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई है तो एक बार फिर से ये सवाल गरमा गया है.
भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने इसी सवाल को केंद्र में रखकर T20 वर्ल्ड कप में खेल रहे भारतीय खिलाड़ियों पर निशाना साधा है. साथ में BCCI से मामले को गंभीरता से लेने की अपील भी की है. भारतीय टीम के लिए मौजूदा T20 वर्ल्ड कप अच्छा नहीं गुजरा. टूर्नामेंट में टीम का आगाज ऐसा बिगड़ा जिसकी कीमत उन्हें सेमीफाइनल (Semi Final) की रेस से बाहर होकर चुकानी पड़ी.
कपिल देव ने ABP न्यूज से बातचीत में कहा, ” जो हुआ उसे भूलकर हमें अब अगले T20 वर्ल्ड कप पर फोकस करना चाहिए, जिसके आयोजन में भी अब ज्यादा वक्त नहीं है. भारत को अब अगले की तैयारी और प्लान करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ियों को एक्सपोजर तो मिल रहा है, पर वो उसका भरपूर इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं.
भारत के पूर्व कप्तान ने इसी बीच एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ” टीम के कुछ खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करने से ज्यादा IPL को तरजीह दे रहे हैं. BCCI को इस मामले को गंभीरता से देखना चाहिए. हालांकि, उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं कहता कि खिलाड़ी फ्रेंचाईजी क्रिकेट नहीं खेलें. लेकिन उसमें एक ऑर्डर होना चाहिए कि आपकी प्रायोरिटीज क्या है?”
उन्होंने आगे कहा कि, ” जब खिलाड़ी देश से ऊपर IPL को तरजीह देने लगे तो फिर हम कुछ नहीं कह सकते. खिलाड़ी को अपने देश के लिए खेलने पर गर्व होना चाहिए. मैं उनकी फाइनेंसियल कंडीशन नहीं जानता इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कह सकता . लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि पहले देश होना चाहिए फिर फ्रेंचाईजी. मैं ये नहीं कहता कि फ्रेंचाईजी क्रिकेट खेलो ही मत. लेकिन ये BCCI की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वो क्रिकेट को बेहतर प्लान करे. हम अगर मौजूदा टूर्नामेंट में की गलती को आगे नहीं दोहराएं तो ये हमारे लिए बड़ा सबक होगा.” T20 वर्ल्ड कप 2021 में भारत को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से मिली बड़ी हार का खामियाजा टूर्नामेंट से बाहर होने के तौर पर भुगतना पड़ा है.