दुनिया के कई मुल्कों में कोरोना विस्फोटक स्वरूप अख्तियार करता जा रहा है। चीन, रूस और ब्रिटेन में संक्रमण के बढ़ते मामलों ने एकबार फिर चिंता बढ़ा दी है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में कोरोना से संक्रमितों का आंकड़ा 24.63 करोड़ को पार कर गया है जबकि महामारी से मरने वालों की संख्या 49.9 लाख से ज्यादा हो गई है। अमेरिका सबसे अधिक मामलों 45,949,951 और सर्वाधिक 745,665 मौतों के साथ दुनिया का सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। आइए जानें दुनिया के बाकी मुल्कों का हाल..
रूस ने सख्त पाबंदिया लागू करने के बावजूद रविवार को कोरोना मामलों की एक नई दैनिक उच्च संख्या दर्ज की। रूस में बीते 24 घंटे में 40,993 नए मामले दर्ज किए गए जो पिछले दिन से 700 ज्यादा हैं। रूस में इसी अवधि के दौरान महामारी से 1,158 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही रूस में महामारी से मरने वालों की संख्या 238,538 हो गई है। इस आंकड़े के साथ रूस यूरोप का सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है। गौरतलब है कि महामारी की रोकथाम के लिए रूस के अधिकांश कार्यस्थलों को बंद रखा गया है
ब्रिटेन में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 41,278 मामले सामने आए जबकि 166 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही ब्रिटेन में संक्रमितों की कुल संख्या 9,019,962 हो गई है। ब्रिटेन में अब तक महामारी से 140,558 लोगों की मौत हो चुकी है। समाचार एजेंसी आइएएनएस ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ के हवाले से बताया है कि ब्रिटेन के अस्पतालों में अभी कोविड-19 के 8,983 मरीज भर्ती हैं। ब्रिटेन में यह हाल तब है जब 12 साल और उससे अधिक उम्र के 86 फीसद से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है जबकि 79 फीसद को दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
मैक्सिको में एक दिन में 325 लोगों की महामारी से मौत हो गई है जबकि 3,478 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही मैक्सिको में महामारी से अब तक 288,276 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों का आंकड़ा 3,805,765 तक पहुंच गया है। फिलीपींस में शनिवार को कोविड के 4,008 नए मामले सामने आए जबकि 423 लोगों की मौत हो गई। फिलीपींस में जनवरी के बाद दूसरी बार इतनी संख्या में लोगों की मौत हुई है। वहीं ब्राजील में एक दिन में 232 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई जबकि 10,693 नए मामले सामने आए।
चीन में एकबार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 15 दिनों में चीन के 14 प्रांतों में कोरोना ने पांव पसार लिए हैं। हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने पूर्वोत्तर के बंदरगाहों पर सख्त निगरानी की मांग की है। बीते 17-29 अक्टूबर के बीच चीन में कोरोना के 377 केस सामने आ चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि मरीजों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं। यही वजह है कि संक्रमण को रोकना मुश्किल हो रहा है। बीते शुक्रवार को चीन में 78 नए मामले दर्ज किए गए।
इस बीच कोरोना वायरस की उत्पत्ति के लिए बदनाम हो चुका चीन अब इस आरोप से बचने के लिए नए-नए झूठ गढ़ने में जुटा है। कम्युनिस्ट देश का सरकारी मीडिया एक नए सिद्धांत को आगे बढ़ाने में जुटा है कि ब्राजील के बीफ, सऊदी अरब की झींगा मछली और अमेरिकी लाबस्टर से कोरोना वायरस फैला है। एक शोधकर्ता ने चीनी एजेंडे को प्रचारित करने वाले सैकड़ों अकाउंट का अध्ययन करने के बाद दावा किया है। वैश्विक थिंक टैंक पालिसी रिसर्च ग्रुप (पीओआरईजी) के लिए दुष्प्रचार पर शोध करने वाले मार्सेल श्लीब्स ने चीनी एजेंडे का प्रचार करने वाले सैकड़ों खातों का अध्ययन किया है
चीन की सरकारी मीडिया की रुचि यह साबित करने में दिख रही है कि ब्राजील से बीफ, सऊदी अरब से झींगा और अमेरिका से निर्यात हुआ सूअर का मांस कोरोना वायरस फैलने का असली कारण है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन का नया दावा है कि अमेरिकी प्रांत मेन से आया लाबस्टर ही कोरोना वायरस फैलने का कारण है। वैश्विक थिंक टैंक के अनुसार, श्लीब्स ने 18 महीने तक चीनी एजेंडे के समर्थक खातों के ट्विटर फीड का विश्लेषण किया और पाया कि मेन लाबस्टर सिद्धांत कोलकाता स्थित चीन के वाणिज्य दूतावास में तैनात एक राजनयिक ने पोस्ट किया था।