क्या भारत T20 world cup में न्यूजीलैंड को पहली बार हरा पाएगा

भारत में एक कहावत है कि कुछ भी पाल लो, लेकिन भ्रम मत पालना। भारत से 2200 किमी दूर दुबई में पिछले रविवार को एक भ्रम टूटा था और अब आने वाले रविवार को दूसरा भ्रम टूटने की बारी है। जब टीम इंडिया संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में टी-20 विश्व कप में खेलने उतरी थी तो दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को दो चीजें पता थीं। पहली तो कि भारत वनडे और टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान से कभी हारा नहीं है और दूसरी न्यूजीलैंड से टी-20 विश्व कप में कभी जीता नहीं है।
पाकिस्तान से हारते ही टीम इंडिया का एक भ्रम तो टूट गया, अब विराट सेना न्यूजीलैंड को रविवार को दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में हरा दे तो दूसरा भ्रम भी टूट जाएगा, जिससे भारतीय प्रशंसकों को सुकून मिलेगा। यह भारत के लिए एक तरह से करो या मरो का मैच है, क्योंकि अगर टीम इंडिया सुपर-12 का यह मैच हारी तो उसकी सेमीफाइनल की राह बेहद मुश्किल हो जाएगी क्योंकि इसके बाद न्यूजीलैंड को स्काटलैंड, नामीबिया, अफगानिस्तान जैसी अपेक्षाकृत कमजोर टीमों से भिड़ना होगा। भारत की तरह कीवी भी पाकिस्तान से एक मैच हार चुके हैं।

सारे सवाल पांड्या के खेलने पर : भारतीय कप्तान विराट कोहली की शनिवार की प्रेस कांफ्रेंस से पता चलता है कि टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ खेलने वाली टीम के साथ ही इस मैच में उतर सकती है। हार्दिक पांड्या और भुवनेश्वर कुमार को हटाकर शार्दुल ठाकुर और इशान किशन को खिलाने की मांग हो रही है, लेकिन विराट ज्यादा परिवर्तन करने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि पिछले कुछ साल में टीम इंडिया मैदान में कम ड्रेसिंग रूम में ज्यादा मैच हारी है। यानी समस्या टीम में नहीं, रणनीति में है। 2017 चैंपियंस ट्राफी, 2019 वनडे विश्व कप और इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनिशप फाइनल में भी टीम इंडिया की रणनीति फेल हुई थी।
पाकिस्तान के खिलाफ पहले मुकाबले में पांड्या के चयन से टीम इंडिया का नुकसान हुआ क्योंकि उनकी फिटनेस सवालों के घेरे में है। उस मैच में उनके कंधे में गेंद लगी थी। इसके बाद पांड्या ने फिर से फिटनेस टेस्ट दिया है जिसमें वह पास भी हो गए हैं। उन्होंने गेंदबाजी का अभ्यास भी किया है। विराट के अलावा उप कप्तान रोहित शर्मा और मेंटर महेंद्र सिंह धौनी उन पर विश्वास भी बहुत करते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह आलराउंडर टीम को जीत दिलाने की स्थिति में है। क्या इस महत्वपूर्ण मैच में उन्हें खिलाने का रिस्क लिया जा सकता है? पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल कह चुके हैं कि अगर वह मैच के दौरान अनफिट हो जाते हैं तो आप कैसे कह सकते हैं कि वह फिट हैं? मेरा मतलब है कि यह विश्व कप है, कोई सीरीज या मैच भर नहीं। सुनील गावस्कर ने हार्दिक और भुवनेश्वर कुमार की जगह इशान किशन और शार्दुल ठाकुर को शामिल करने का सुझाव दिया है, जो सही फैसला हो सकता है।
पांड्या अगर गेंदबाजी करते भी हैं तो इतने महीने बाद क्या सीधे विश्व कप में उनके भरोसे उतरना सही होगा। भारत को पांड्या से वैसी बल्लेबाजी की अपेक्षा है जैसी पाकिस्तानी बल्लेबाज आसिफ अली ने अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ की है, लेकिन पांड्या पाकिस्तान के खिलाफ गेंद मारने की जगह खोजते हुए नजर आ रहे थे। हालांकि विराट ने कहा है कि छठे गेंदबाज की जरूरत परिस्थितियों पर निर्भर करती है। पिछले मैच में वैसी स्थितियां नहीं थीं। अगर ऐसी परिस्थिति आती हैं तो मैं दो ओवर कर सकता हूं। पांड्या भी एक-दो ओवर कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आप पांड्या के कंधे की चोट के बारे में बात कर रहे हैं तो वह फिट हैं। हालांकि पांड्या की कमर के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा।