पीलीभीत: जिलाधिकारी पुलकित खरे के निर्देशन में पराली प्रबंधन एवं संचालित योजनाओं के प्रति किसानों को जागरूक करने हेतु आयोजन किया जा रहा है इसी क्रम में आज तहसील बीसलपुर में विधायक बीसलपुर की अध्यक्षता में मीटिंग आयोजित की गई।आगामी धान कटाई के समय पराली के उचित प्रबंधन के दृष्टिगत कृषि विभाग द्वारा चौपाल का भी आयोजन किया जा रहा है।
आयोजित गोष्ठी में विधायक अगयश राम सरन वर्मा जी द्वारा किसानों को खेत में पराली न जलाने के प्रति जागरूक किया गया विधायक जी ने किसानों को स्वामीनाथन आयोग एवं खरीद के संबंध में जानकारी दी इसके उपरांत विधायक जी द्वारा 15 कृषको को सरसों बीज का मिनीकिट वितरण किया गया। KVK वैज्ञानिक डॉ रीना सेठी ने कृषि विविधीकरण पर चर्चा के साथ सन्तुलित उर्वरक के प्रयोग के संबंध में जानकारी दी गई।मुख्य विकास अधिकारी ने गौ वंश के संरक्ष्ण के साथ पराली के प्रबंधन की आवश्यकता और उससे होने वाले लाभ व नुकसान के संबंध में भी जानकारी दी।
उप निदेशक कृषि ने गोष्ठी में किसान भाईयों को पराली प्रबंधन के सबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जनपद के कस्टम हायरिंग सेंटर एवं फार्म मशीनरी बैंकों का पराली के प्रबन्धन हेतु प्रयोग किया जा सकता है निश्चित दर निर्धारित करते हुये किसानों को व्यवस्था उपलब्ध कराई गयी है। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया गया है और नियमों का अनुपालन न करने पर सम्बन्धित के विरूद्व कठोर कार्यवाही की जायेगी।आयोजित गोष्ठि में किसानो को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गयी और साथ ही साथ उन विकल्पों के बारे में भी अवगत कराया गया , जिनके माध्यम से पराली का उचित प्रबन्धन करते हुये खेत की उर्वरता शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने किसानों को यह भी अवगत कराया कि पराली जलाने की सूचना सैटेलाइट के माध्यम से तत्काल उपलब्ध कराई जाती है, जिस पर जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी
पराली को काटकर मिट्टी में मिलाने का कार्य कर भूमि की उर्वरता शक्ति बढ़ती है और खेत में पराली को जलाने से भूमि के पोषक तत्व व सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं जिससे उत्पादकता की क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
गोष्टी के दौरान मुख्य विकास अधिकारी,जिला कृषि अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे l
संवाददाता: गोकिल प्रसाद मौर्य