लोकतंत्र को गुमराह करने का अखिलेश यादव ने BJP पर लगाया आरोप

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कुछ ही महीनों का समय शेष बचा है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनावी तैयारियों में जुटी हुई हैं। तो वहीं, आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इस बीच यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा, ‘अपने पूरे कार्यकाल में भाजपा सरकार राज्य का सत्यानाश करने के बाद भी बाज नहीं आ रही है।’

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी कुप्रचार के जरिए लोकतंत्र को गुमराह करने का महापाप कर रही है। पूर्व सीएम ने कहा,

अभी तक तो सपा की सरकार के कामों को ही उप्र की भाजपा सरकार अपना बता-बता के झूठा प्रचार कर रही थी पर अब तो झूठ की हद ही हो गई है जब वो कोलकाता की तस्वीर को अपने विकास की तस्वीर बता रही है। भाजपा को ‘झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अंतरराष्ट्रीय संस्थान’ खोल लेना चाहिए।दरअसल, योगी सरकार यूपी चुनाव को देखते हुए विज्ञापन के माध्यम से यूपी में हुए विकास को जनता के सामने रख रही है। ऐसे ही एक विज्ञापन में जिन तस्वीरों को लगाया गया वह तस्वीरें कोलकाता और अमेरिका की बताई जा रही हैं। इसी मुद्दे को लेकर सपा सरकार ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।

अखिलेश यादव ने बोलते हुए कहा कि भाजपा ने किसानों के साथ छल किया है। उन्हें कर्जमाफी, एमएसपी भुगतान, आय दुगनी करने के तमाम झांसे दिए पर उसे मिला कुछ नहीं। नौजवानों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया है। महिलाएं एवं बच्चियां सर्वाधिक अपमानित एवं दुष्कर्म पीड़िता है। विकास अवरुद्ध है। भाजपा के झूठे वादों की लम्बी फेहरिस्त है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है। कोरोना महामारी के दौर में अस्पतालों में बेड, दवा, इलाज के अभाव में लोगों की जाने चली गई। वो यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भर्तियों को लेकर काफी असंतोष है। राज्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। झूठे दावे तो अब भाजपा में किसी को याद भी नहीं आते हैं। कहा कि डबल इंजन भाजपा सरकार अपराधियों के आगे पूरी तरह बेबस हो चुकी है। प्रदेश में जंगलराज कायम है। राज्य में कानून व्यवस्था संकट में है। बिजनौर में राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ी की दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या, विचलित करने वाली घटना है। रेप के बाद रेलवे ट्रैक पर उसकी लाश फेंकी गई।

पूर्व सीएम ने कहा, भाजपा सरकार बच्चों को खाना देने के बजाय बीमारियां परोस रही है। मुरादाबाद में मिड-डे मील में निकले कीड़े बच्चों ने खाना फेंका। सीतापुर में कागजों पर बच्चों को मिल रहा है मिड-डे मील। जनता ने 2022 के चुनाव में भाजपा को विदाई का मन बना लिया है। भाजपा नेताओं और विधायकों का चारों ओर जनता लगातार विरोध कर रही है। गोरखपुर में सांसद और सहजनवां में भाजपा विधायक का बाढ़ पीड़ितों ने विरोध किया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान भाजपा विधायकों का बहिश्कार कर रहे हैं। भाजपा सरकार की गिरती साख को देखते हुए कई विधायक तो अब दूसरे रास्ते भी तलाशने लगे हैं।