अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद वहां स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है. तालिबानी लड़ाके आए दिन गोलीबारी कर लोगों की जान ले रहे हैं. जिसकी वजह से वहां रह रहे लोगों की जान के लाले पड़ गए हैं. इस बीच तालिबान ने एक बार फिर पंजशीर पर कब्जे का दावा किया है. तालिबान की ओर से कहा गया कि पंजशीर के हर जिले में अब उसका कब्जा हो गया है. लेकिन उसके इस दावे से विरोधी दलों ने इनकार किया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तालिबान ने पंजशीर में जारी संघर्ष के बाद बंद, पारैन, खिंज अबशर समेत कुछ जिलों में अपना कब्जा होने का दावा किया है. हालांकि तालिबान के विरोधी दल ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि लड़ाई के दौरान तालिबानी लड़ाकों को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया गया है.
आपको बता दें किअमेरिकी सैनिकों की वापसी के ऐलान के बाद से तालिबान (Taliban) ने तेजी से अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा जमाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. तालिबानी लगभग 20 दिनों से काबुल समेत पूरे देश पर अपना कब्जा जमाए हैं. केवल पंजशीर ही अफगानिस्तान में ऐसा क्षेत्र है, जहां अभी तक तालिबान अपना कब्जा नहीं जमा पाया था. आपको बता दें कि इससे पहले तालिबान के लड़ाकों ने शुक्रवार रात देश भर में हवा में गोलियां चलाईं, जिसमें अफगानिस्तान के आसपास 70 से अधिक लोग मारे गए थे. खामा न्यूज ने बताया कि काबुल के एक आपातकालीन अस्पताल ने पुष्टि की है कि शुक्रवार रात 17 शवों 40 घायलों को अस्पताल ले जाया गया। नंगरहार प्रांत के जलालाबाद से अपुष्ट खबरों में कहा गया है कि शुक्रवार रात हुई गोलीबारी में 17 लोग मारे गए या घायल हुए. रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहद भारी भयावह गोलीबारी पंजशीर प्रांत पर कथित कब्जे के जश्न के तौर पर की गई थी, जो अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात का विरोध करने वाला एकमात्र विद्रोही प्रांत है.
इस बीच, तालिबान अधिकारियों ने गोलीबारी की निंदा की इस तरह की घटना दोहराने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.सैन्य आयोग के प्रमुख तालिबान के संस्थापक के बेटे मुल्ला याकूब मुजाहिद ने कहा कि पंजशीर प्रांत पर कब्जा नहीं हुआ है किसी को भी हवा में गोली चलाने की अनुमति नहीं है.