दक्षिण अफ्रीका के तूफानी गेंदबाज डेल स्टेन ने मंगलवार को क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. उन्होंने कहा कि वह क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले रहे हैं. उन्होंने ट्विटर पर यह जानकारी सभी से साझा की. डेल स्टेन ने अपनी पोस्ट पर लिया कि 20 साल की ट्रेनिंग, मैच, यात्राएं, जीत, हार, भाईचारा, खुशियां. बहुत सी यादें हैं कहने के लिए. बहुत सी खुशियां हैं कहने के लिए. आज मैं आधिकारिक तौर पर उस खेल से संन्यास ले रहा हूं, जिसे मैं सबसे ज्यादा प्यार करता हूं. बता दें कि डेल स्टेन का जन्म 27 जून 1983 में हुआ था. उन्होंने वर्ष 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. वहीं, वर्ष 2005 में अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में पदार्पण किया. अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में उनकी शुरुआत वर्ष 2007 में हुई. उन्होंने पूरे करियर में 93 टेस्ट मैच खेले जिसमें 439 विकेट लिए. पांच टेस्ट मैच ऐसे रहे जिसमें उन्होंने 10 से ज्यादा विकेट लिए. वहीं, पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 125 वनडे मैच खेले, जिसमें 196 विकेट लिए. वहीं, अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों की बात की जाए तो 47 मैच खेले, जिसमें 64 विकेट लिए.
अपने करियर में उनकी गिनती दुनिया के सबसे तूफानी खतरनाक गेंदबाजों में होती थी. वर्ष 2019 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. अब उन्होंने वनडे टी-20 से भी संन्यास ले लिया. डेल स्टेन काफी समय से चोटों से परेशान चल रहे थे. वहीं, उनके संन्यास लेने से उनके तमाम प्रशंसकों में मायूसी है. लोगों को उम्मीद थी कि अभी उनकी गेंदें विकेट चटकाएंगी. हालांकि डेल स्टेन एक साल से क्रिकेट टीम से बाहर थे, जिसकी एक वजह चोट भी थी.
साथ ही यह भी बता दें कि डेल स्टेन बेहद गरीब परिवार से थे. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पास जूते खरीदने के पैसे तक नहीं थे. उनका परिवार जिम्बाब्वे से आकर दक्षिण अफ्रीका में बसा था. उनके पिता तांबे की खदान में काम करते थे. डेल स्टेन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें अपने पिता का खदान में काम करना पसंद नहीं था. बाद में वह अपने परिवार संग जोहान्सबर्ग आ गए. वहां स्कूल में रहकर क्रिकेट भी खेलने लगे. यहीं से उनके तेज गेंदबाज बनने की शुरुआत हुई. स्टेन के संन्यास के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कोई भावपूर्ण विदाई दे रहा है तो कुछ लोग उनके करियर की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं.