भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने शनिवार को इतिहास रच दिया। वो पैरालिंपिक के फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला बन गईं। ये कामयाबी उन्होंने चीन की पैडलर झांग मियाओ को सेमीफाइनल में 7-11, 11-7, 11-4, 9-11,11-8 से हराकर हासिल की। भविना अब बस गोल्ड मेडल जीतने से एक मात्र एक जीत दूर हैं। फाइनल में अब भविना का सामना चीन की ही एक और खिलाड़ी और वर्ल्ड-1 झोउ यिंग से होगा।
फाइनल मुकाबला 29 अगस्त को सुबह 7:15 बजे से होगा। भाविना पटेल का ये पहला ही पैरालिंपिक्स है और अपने पहले ही प्रयास में खेलों के सबसे बड़े मंच पर उन्होंने बड़ा कमाल कर दिया है। अहमदाबाद की 34 साल की भाविना ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर दो और 2016 रियो पैरालिंपिक की गोल्ड मेडल विजेता सर्बिया की बोरिसलावा पेरिच रांकोविच को सीधे गेमों में 3-0 से हराकर सेमीफाइनल का टिकट कटाया था। और अब सेमीफाइनल में उन्होंने चीनी पैडलर को अपने जानदार खेल से 3-2 से शिकस्त दी है।
भाविना की मौजूदा वर्ल्ड रैंकिंग 12 है। शुरुआत में व्हीलचेयर पर मनोरंजन के लिए टेबल टेनिस खेलना शुरू करने वाली भाविना की वर्ल्ड रैंकिंग एक वक्त नंबर दो थी। 2011 पीटीटी थाईलैंड टेबल टेनिस चैंपियनशिप जीतने के बाद उन्होंने यह कमाल किया था। अक्टूबर 2013 में बीजिंग एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में उन्होंने महिलाओं के सिंगल क्लास 4 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।