एक्टर अर्जुन कपूर ने अक्सर अपनी बहन अंशुला कपूर के बारे में खुलकर बातें करते हैं। वो बताते हैं कि कैसे मां के निधन के बाद अंशुला उनकी देखभाल के लिए अमेरिका से अपनी पढ़ाई छोड़कर आ गईं थीं। पिता बोनी कपूर उनदिनों अपनी दूसरी पत्नी श्रीदेवी के साथ रहते थे। ऐसे में बड़ा सवाल था कि मां के बाद अर्जुन कपूर का ख्याल कौन रखेगा।
अंशुला के चिंतित रहते हैं अर्जुन
हफिंगटन पोस्ट से बात करते हुए उन्होंने कहा था, ‘मेरी बहन अंशुला चट्टान की तरह मेरे साथ खड़ी है। वह और भी बुरे दौर से गुजरी है। वह मुझसे छोटी है। मुझे 11 साल पिता के साथ रहने का मौका मिला और मां के साथ 25 साल पर मेरी बहन ने तो मां के साथ 20 साल ही गुजारे थे। आप ऐसे बच्चे की कल्पना कर सकते हैं जिसे 5 साल की उम्र में पति ने छोड़ दिया हो। मां बीमार रहती हो और 20 साल की उम्र में वो भी छोड़कर चली जाए। उस बच्चे के मानसिक घाव की कल्पना कीजिए। वह अभी भी मुझसे अधिक मेच्योर, बहुत पढ़ी-लिखी, समझदार और अधिक ईमानदार है।’
अंशुला को लेकर था ये डर
अपनी मां की मृत्यु के बाद, अर्जुन चिंतित थे कि वह, अभी भी अपने शुरुआती 20 के दशक में और एक अभिनेता के रूप में अपना करियर शुरू करने के बाद, अपने माता-पिता के बिना अपनी छोटी बहन की देखभाल कैसे करेंगे। ‘माँ का निधन हो गया, मुझे सिर्फ एक ही ख्याल आ रहा था कि मैं उसकी देखभाल कैसे करूँगा? मैं अपना ख्याल रखने के लिए तैयार था, मैं अंशुला की देखभाल कैसे करूंगा?
अमेरीका में छोड़ दी नौकरी
अर्जुन ने आगे कहा, ‘वो मेरे लिए मेरी बच्ची जैसी है। मैं उसके लिए बहुत प्रोटेक्टिव हूं। वो अमेरीका में पढ़ाई कर रही थी और उसी वक्त मेरी पहली फिल्म रिलीज होने वाली थी वो सब छोड़कर आ गई जब उसे अमेरीका में अच्छी नौकरी मिलने वाली थी। आज तक, उसने यह स्वीकार नहीं किया कि उसने मेरे लिए यह किया है’
2018 में श्रीदेवी की मौत के बाद अर्जुन और अंशुला भी अपनी सौतेली बहनों जान्हवी और खुशी के लिए सहारा बने। हाल ही में एक इंटरव्यू में, अर्जुन ने कहा कि हालांकि वे अभी भी एक परिवार की ‘इकाई’ नहीं हैं, फिर भी हम एक दूसरे के साथ कम्फर्टेबल होने की कोशिश कर रहे हैं।