रायबरेली: लालगंज कोतवाली में विभिन्न अपराधों में लिप्त वांछित नोएडा में रंगदारी मांगते गिरफ्तार

लालगंज।रायबरेली: नोएडा पुलिस ने दिनांक 6 अगस्त 2021 को अवैध तरीके से एमिटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गुरिंदर सिंह का मकान हथियाने और 50लाख रुपए का रंगदारी मांगने के संदर्भ में केस संख्या 464/21दर्ज कर अपराध धारा 452,323,504,506,386 के अंतर्गत हरचरण सिंह सरना , गुरुप्रीत सिंह सरना और सिमरनजीत सिंह सरना के विरुद्ध करवाई की और मौके से हरचरण सिंह सरना को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय द्वितीय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है, बाकी दोनों फरार है, पुलिस की गहन छापेमारी उन दोनो शातिर को गिरफ्तार करने के लिए जारी है, उम्मीद है वो दोनो भी गिरफ्तार होकर शिकंजों के पीछे आ जायेंगे। ज्ञात हो कि तीनों पिता पुत्र रायबरेली के लालगंज पुलिस के द्वारा कोतवाली केस संख्या 1402/18 और लालगंज पुलिस केस संख्या 0308/20 थानों में भी कई केस दर्ज है और इनपर विभिन्न संगीन , गंभीर और गैर जमानती धाराओं 138,307,406,419,420,467,468,471,506 में आरोपित और ये सभी वांछित है और अब रायबरेली पुलिस को इनको रिमांड पर लेकर केस की तफ्तीश कर सजा दिलाना चाहिए, कारण बार बार पुलिस द्वारा जांच में सहयोग के लिए बुलाने पर कोरोना महामारी और बीमारी का बहाना बनाकर ये सभी पुलिस और कानून की आदेश की भी अवहेलना करते रहे है और पुलिस के आंखों में धूल झोंकने रहे है, यहां तक की रायबरेली माननीय कोर्ट F.T.C/J.D.I द्वारा गिरफ्तारी वारंट धारा 75(5) प्रपत्र संख्या 2 का भी इनके ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता था। हरचरण सिंह सरना अपने आपको नेशनल सिख मंच का प्रेसिडेंट बनकर भारत सरकार के विरुद्ध और लोगों को RTI का धमकी देकर ब्लैकमेल करता है, इस मंच का यह सिर्फ अकेला ही सदस्य है और अपने व्यतिगत स्वार्थ के लिए लोगों को परेशान करता है , इस मंच को दिल्ली की गुरद्वारा प्रबंधक कमिटी ने भी इसे गलत माना है। अब रायबरेली पुलिस की जिम्मेदारी बनती है की इन सभी अभियक्तों को रायबरेली लाकर उचित करवाई कर इनके द्वारा पीड़ित और प्रताड़ित लोगों को न्याय दिलवाने का प्रयास करेगी ।।उम्मीद है पुलिस कानून के अनुसार अपनी जिमेदारी का पूरा निर्वाह कर दोषियों को सजा दिलवाने का कार्य करेगी क्योंकि रायबरेली के पुलिस अधीक्षक ऊर्जावान और कानून के रखवाले है।यहां की जनता को उनसे न्याय की पूरी उम्मीद है।

सवांददाता: सर्वोदय मौर्या