बॉलीवुड की पूर्व ऐक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को 2000 करोड़ रुपये के ड्रग्स केस कनेक्शन में बड़ा झटका मिला है। मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट ने ममता के छह बैंक खातों व तीन एफडी पर से रोक हटाने और मुंबई में स्थित दो फ्लैटों की सील खोलने की याचिका को खारिज कर दिया है। ऐक्ट्रेस ने याचिका दाखिल करते हुए कोर्ट से अपील की थी कि वह पैसों की तंगी से जूझ रही हैं,
इस मामले में ममता कुलकर्णी की ओर से उनके वकील ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इसमें कहा गया कि पूर्व ऐक्ट्रेस को 2016 के ड्रग्स केस में गलत तरीके से फंसाया गया है। वह अपने परिवार के लिए कमाने वाली एकमात्र सदस्य हैं। याचिका में कहा गया कि ममता की एक बहन मानसिक बीमारी से जूझ रही हैं, ऐसे में उनके पास इलाज और जरूरी दवाइयों के लिए भी पैसे नहीं हैं। याचिका में अपील की गई है कि बहन को हवादार घर में रहने के लिए डॉक्टर ने कहा है ऐसे में जरूरी है कि उनके घर से सील हटा दिया जाए।
कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अभियोजन पक्ष के वकील से कहा कि अगर ममता कुलकर्णी की याचिका को स्वीकार किया जाता है तो वह फिर कभी कोर्ट या जांच एजेंसियों के सामने पेश नहीं होंगी। दोनों पक्षों की दलील को सुनने के बाद जज ने ममता कुलकर्णी की याचिका खारिज कर दी। अपने आदेश में कोर्ट ने कहा, ‘आरोपी न तो कभी कोर्ट और न ही जांच एजेंसी के सामने ही पेश हुई हैं। तथ्यों और हालात को देखते हुए उनके बैंक खातों को डी-फ्रीज करने और उनके घर से सील हटाने का कोई औचित्य नहीं बनता है। यह भी साफ किया जाता है कि यहां की गई टिप्पणियां मौजूदा याचिका पर निर्णय लेने के उद्देश्य के लिए है। इसका मामले के गुण-दोष पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कोर्ट में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने कहा कि ममता कुलकर्णी हजारों करोड़ रुपये के ड्रग्स केस में आरोपी है। 12 अप्रैल 2016 दायर की गई चार्जशीट में भी उनका नाम है। वह तब से फरार हैं और लगभग उसी वक्त से केन्या में रहने लगी हैं। ममता कुलकर्णी केस में प्रमुख आरोपी हैं और वह कथित तौर पर ड्रग सिंडिकेट की ऐक्टिव मेंबर थीं।