अमेरिका ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर टिप्पणी की है। अमेरिका ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान को अपने द्विपक्षीय मुद्दों को हल करने के लिए एक-दूसरे के साथ काम करने की जरूरत है। अमेरिका ने कहा कि यह देखते हुए कि उसने दोनों पड़ोसियों को हमेशा आगे बढ़ने के लिए और अधिक स्थिर संबंध बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है।
दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री डीन थॉम्पसन ने एक सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से कहा कि भारत-पाकिस्तान के संबंध में मैं केवल यह कहना चाहूंगा कि हम दृढ़ता से मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के मुद्दे उनके लिए आपस में हल करने के लिए हैं। थॉम्पसन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि इस साल की शुरुआत में दोनों देशों के बीच जो युद्धविराम लागू हुआ था, वह बरकरार है और हम निश्चित रूप से उन्हें हमेशा एक अधिक स्थिर संबंध बनाने के तरीके खोजने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
बता दें कि भारत द्वारा 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 के तहत जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में दरार आ गई। इसके बाद से दोनों देशों के बीच काफी तनावपूर्ण हालात बने रहेष हालांकि, इस साल की शुरुआत में दोनों पड़ोसी देशों ने सीमा पर संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर किए।
अफगानिस्तान को लेकर एक प्रश्न के जवाब में कार्यवाहक सहायक सचिव ने कहा कि अमेरिका उम्मीद करता है कि इस क्षेत्र के सभी देशों को आगे बढ़ने के लिए एक स्थिर और सुरक्षित अफगानिस्तान में साझा हित रखना होगा। गौरतलब है कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आने वाले हैं, जिसके दौरान अफगानिस्तान पर चर्चा प्रमुख एजेंडा होगा।
थॉम्पसन ने कहा कि हम निश्चित रूप से अपने भारतीय भागीदारों के साथ इस बारे में बात करने पर विचार करेंगे कि हम उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक साथ कैसे काम कर सकते हैं। पार्टियों को एक साथ लाने के तरीके खोजने के लिए और लंबे समय से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत के जरिए समझौता करना जारी रखेंगे।